केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO)ने धोखाधड़ी से जुड़ी एक शिकायत पर सीबीआई को मामला दर्ज कर जांच शुरू करने को कहा था लेकिन सीबीआई ने PMO के दिशा-निर्देश के बाद भी एफआईआर दर्ज करने में 10 महीने का समय लगा दिया. बता दें कि गुजरात मे रहने वाले उमेश चंद्र नाम के शख्स ने PMO के पब्लिक ग्रीवांस पोर्टल पर 14 सितंबर 2018 को एक शिकायत दर्ज कराई थी.
इस शिकायत में उमेश चंद्र ने बताया कि एक युवक ने अपने आपको पीएमओ इनश्योरेन्स से जुड़ा हुआ बताकर उन्हें फोन किया और अपना नाम मैथ्यू बताया. आरोपी शख्स ने उसे लगातार कॉल किये और गलत तरीके से उनका एकाउंट नंबर और ओटीपी पता करके उनके साथ 18999 रुपए की ठगी की. मामला PMO के नाम का होने के चलते PMO दफ्तर से सीबीआई को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करने के लिए कहा गया था. इसके बाद भी CBI ने FIR दर्ज करने में दस महीने से ज्यादा का वक़्त लगा दिया.
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