राजस्थान (Rajasthan) में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तैयारी के बीच भाजपा (BJP) खुद को "अपनों के संघर्ष में ही घिरते" देख रही है. एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) शनिवार को चुरू जिले (Churu District) के सालासर मंदिर (Salasar Temple) में बड़े धूमधाम से अपना जन्मदिन मना रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर भाजपा की युवा शाखा (Youth Wing) युवा मोर्चा ने परीक्षा पेपर लीक के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के आवास पर धरना देने का कार्यक्रम बना लिया है.
आगे कुआं और पीछे खाई...
सभी विधायकों से धरने को सफल बनाने को कहा गया है. कई भाजपा नेताओं के लिए, यह अब आगे कुआं और पीछे खाई के समान है. क्या उन्हें पार्टी के कार्यक्रम के साथ रहना चाहिए या वसुंधरा राजे का अनुसरण करना चाहिए, जो अभी भी भीड़ खींचती हैं? घटनाओं का यह टकराव भाजपा के भीतर की दरारों को और गहरा कर रहा है.
शक्ति प्रदर्शन के तौर पर से देखा जा रहा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे की बर्थडे पार्टी को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर से देखा जा रहा है. राजे, दो बार मुख्यमंत्री और अभी भी पार्टी के सबसे बड़े वोट पाने वालों में से एक हैं और भाजपा के भीतर भी एक लोकप्रिय नेता हैं. हालांकि, पार्टी ने इस चुनाव में किसी मुख्यमंत्री पद के चेहरे को पेश नहीं करने का फैसला किया है, लेकिन वसुंधरा राजे के समर्थक उन्हें पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखते हैं.
राजे खेमे ने यह कहा...
वसुंधरा राजे खेमे ने हालांकि, इस बात से इनकार किया है कि जन्मदिन की पार्टी ताकत का प्रदर्शन है. उनका दावा है कि वसुंधरा पिछले दो वर्षों से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अपना जन्मदिन मना रही हैं. चूरू से भाजपा सांसद राहुल कस्वां (Rahul Kaswan) ने कहा कि वसुंधरा भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और युवा मतदाता उनसे आकर्षित हैं, इसलिए वे उनका जन्मदिन मनाना चाहते हैं. कासवान ने कहा, "दो साल पहले उन्होंने अपना जन्मदिन भरतपुर के गोवर्धनजी में मनाया था. पिछले साल केशोरायपाटन था और इस साल सालासर में पार्टी कार्यकर्ता उनसे मिलना चाहते हैं."
दूसरे खेमे ने यह कहा...
हालांकि, इस आयोजन से संभावित टकराव के बीच भाजपा की युवा शाखा ने परीक्षा पेपर लीक के मुद्दे पर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस कार्यक्रम को राज्य भाजपा प्रमुख सतीश पूनिया (Satish Poonia), जो लंबे समय से वसुंधरा राजे के प्रभुत्व को चुनौती देने वाले माने जाते हैं, और विधानसभा में विपक्षी दल के उपनेता राजेंद्र सिंह राठौर (Rajendra Singh Rathore) द्वारा संबोधित किया जाएगा. राठौड़ ने इस बात से इंकार किया कि प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रम पार्टी में किसी प्रकार के सत्ता संघर्ष का संकेत देते हैं. उन्होंने कहा, "यदि कोई नेता अपना जन्मदिन मनाता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. वह दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. कोई रस्साकशी नहीं है. इन दिनों विधानसभा थी और विधायकों को यहां उपस्थित होना आवश्यक है."
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