भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) की हालिया एक टिप्पणी को लेकर उन्हें आगाह किया है, जिसमें उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था. पार्टी ने उन्हें भविष्य में इस तरह की विवादास्पद टिप्पणी से परहेज करने का निर्देश दिया है. घोष ने हाल ही में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) और सीबीआई के कुछ अधिकारियों के बीच मिलीभगत होने का दावा करके विवाद खड़ा कर दिया था.
घोष ने केंद्रीय जांच एजेंसी के खिलाफ हमला जारी रखते हुए सोमवार को पूछा था कि पिछले साल विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा में भाजपा के लगभग 60 कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में सीबीआई ने क्या कार्रवाई की है.
घोष ने मंगलवार को कहा, "कल, मेरे पास हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोन आया. वह जानना चाहते थे कि मैंने ऐसी टिप्पणी क्यों कीं. मैंने अपनी बात रखी. मुझे भविष्य में ऐसी टिप्पणी नहीं करने के लिए कहा गया है."
घोष की टिप्पणी से असहज भाजपा की राज्य इकाई ने पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी थी.
राज्य नेतृत्व ने कहा था कि घोष ने व्यक्तिगत हैसियत से यह टिप्पणी की है और यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा था, "दिलीप घोष ने जो कुछ भी कहा है, वह उनका नजरिया है. हमें इस पर कुछ नहीं कहना."
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