बिहार में रेलवे ने बड़ा ऐलान किया है. रेलवे का कहना है कि सुबह 4 बजे से रात 8 बजे तक कोई ट्रेन नहीं चलेगी. 'अग्निपथ' योजना के विरोध में बिहार में सबसे ज्यादा हिंसा हुई है. यहां गुस्साई भीड़ ने दर्जनों ट्रेनों में आग लगा दी और कई शहरों और कस्बों में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रेलवे संपत्तियों की तोड़फोड़ से अकेले बिहार में ₹200 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. हिंसक आंदोलन के कारण रेलवे ने 210 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द की हैं, जबकि 159 पैसेंजर ट्रेनों को कैंसल किया गया है. दो मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को आंशिक तौर पर रद्द किया गया है. कुल 371 रेलगाड़ियां प्रभावित हुई हैं.
पूर्व मध्य रेल ने हिंसक प्रदर्शन के कारण ट्रेनों के परिचालन में अस्थाई बदलाव किए हैं. रेलवे ने बताया कि प्रदर्शन के कारण यात्री सुरक्षा के मद्देनजर दूसरे क्षेत्रीय रेलों से खुलकर पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने वाली ट्रेनों के परिचालन में अस्थाई बदलाव किया गया है.
Bulletin No. - 06
— East Central Railway (@ECRlyHJP) June 18, 2022
Time : 13.30 hrs.
धरना-प्रदर्शन के कारण पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में ट्रेनों के परिचालन में अस्थाई बदलाव ।#RailwayForPeople #RlyForNationalProperty pic.twitter.com/sdT5vVLb4G
रेलवे का कहना है कि यात्रियों और रेल संपत्तियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है कि दिनांक 18.06.2022 को 20.00 बजे से 19.06.2022 को 04.00 बजे तक तथा पुन: 19.06.2022 को 20.00 बजे से 20.06.2022 को 20.00 बजे तक ही पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने/पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा.
अग्निपथ प्रदर्शन पैसेंजर्स के लिए बना मुसीबत, घंटों तक करना पड़ रहा है ट्रेन का इंतजार
रेलवे ने शुक्रवार जानकारी दी कि हिंसक प्रदर्शन के कारण 300 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित (Trains Affected) हुई हैं, जबकि 234 रद्द की जा चुकी हैं. वहीं, 7 ट्रेन आगजनी की चपेट में आई हैं. रेलवे (Railway) ने कहा कि प्रदर्शन के कारण 94 मेल व एक्सप्रेस ट्रेन जबकि 140 यात्री ट्रेन रद्द की जा चुकी हैं. वहीं 65 मेल व एक्सप्रेस ट्रेन और 30 यात्री ट्रेन आंशिक रूप से रद्द की गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ने 11 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग बदल दिया है.
मंडलीय रेलवे के बयान के अनुसार, पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) में 164, उत्तर पूर्वी रेलवे (एनईआर) में 34, उत्तर रेलवे (एनआर) में 13 और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में लगभग तीन ट्रेन रद्द की गईं. दक्षिण रेलवे ने एक बयान में कहा कि आंदोलन और आगजनी को देखते हुए उसके अधिकार क्षेत्र से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के गंतव्यों की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को बीच में ही रोक दिया गया.
अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं का प्रदर्शन हिंसक होने से पिछले 2 दिनों से बिहार से आने जाने वाली कई ट्रेनों का परिचालन ठप रहा और बहुत सी ट्रेनें लेट रही. जिसकी वजह से यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. खास तौर से मरीज और दूसरे जरूरी कामों के लिए जा रहे लोगों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ी.
शुक्रवार को हुए प्रदर्शन में पूर्व मध्य रेल के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक दर्जनों मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा, जबकि 78 ट्रेनों का आंशिक समापन/प्रारंभ किया गया.
इसी तरह 12 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित कर चलाया गया, जबकि एक ट्रेन का परिचालन परिवर्तित मार्ग से किया गया. जिसके कारण हजारों यात्री अपनी यात्रा शुरू नहीं कर सके. इन यात्रियों में छात्र और मरीज भी शामिल थे. जिन्हें धरना-प्रदर्शन के कारण अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी.
'अग्निपथ' भर्ती योजना के खिलाफ बुलाए गए बंद को सफल बनाने की कोशिश में आज सुबह भी प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और कई शहरों और कस्बों में कई वाहनों में आग लगा दी.
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