बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत 11 उम्मीदवार बृहस्पतिवार को राज्य विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये. मुख्यमंत्री का यह लगातार चौथा कार्यकाल होगा .कुमार के अलावा, विधान परिषद की 11 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने वाले विभिन्न दलों के 10 उम्मीदवारों को नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि पर निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.
उच्च सदन के लिए चुने गए अन्य प्रमुख लोगों में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (राजद), राज्य मंत्री संतोष सुमन (हम) और पूर्व मंत्री मंगल पांडे (भाजपा) शामिल हैं.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए विधान पार्षद खालिद अनवर एवं लोकसभा सांसद तथा पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सहित अन्य पार्टी सहयोगियों के साथ अपना प्रमाण लेने विधानसभा सचिवालय पहुंचे.
निर्वाचित उम्मीदवारों में से तीन भाजपा से हैं, जिनमें पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, लाल मोहन गुप्ता और अनामिका सिंह शामिल हैं. पांडेय को लगातार तीसरा कार्यकाल मिला है, जबकि गुप्ता और सिंह पहली बार उच्च सदन में गये हैं .
भाजपा ने इस बार नए चहरों पर भरोसा जताया है जबकि दोनों पूर्व केंद्रीय मंत्रियों संजय पासवान तथा सैयद शाहनवाज हुसैन को दोबारा मौका नहीं मिला है.
विधानसभा परिसर से बाहर सीट बंटवारे के फॉर्मूले की घोषणा और मंत्रिमंडल विस्तार चर्चा के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ‘‘आपको यह सब जल्द ही पता चल जाएगा. आज शाम तक कई चीजें स्पष्ट हो जाएंगी.''
बिहार विधानसभा सचिव राज कुमार के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को छोड़कर अन्य सभी निर्वाचित उम्मीदवारों ने स्वयं अपने प्रमाण पत्र एकत्र प्राप्त किए जबकि राबडी ने इसके लिये अपने करीबी सहयोगी भोला यादव को अधिकृत किया था.
राजद के अन्य उम्मीदवारों में अब्दुल बारी सिद्दीकी, सैयद फैसल अली और उर्मिला ठाकुर के अलावा सहयोगी दल भाकपा माले की शशि यादव ने जीत के संकेत दिखाते हुए साथ तस्वीरें खिंचवाईं पर उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे से संबंधित सवालों को टाल दिया .
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