ममता बनर्जी सरकार में मंत्री जाकिर हुसैन (Jakir Hossain) पर बुधवार देर रात बम से हमला हुआ. हमले में मंत्री और 22 अन्य लोग बुरी तरह घायल हुए. घटना मुर्शिदाबाद जिले में निमटीटा रेलवे स्टेशन पर घटी जहां से मंत्री जी कोलकाता के लिए ट्रेन पकड़ने जा रहे थे. इस पूरे मामले पर रेल मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में निमटीटा स्टेशन पर बम ब्लास्ट की घटना हुई. इस स्टेशन पर कोई सीसीटीवी नहीं है. स्टेशन पर दो आरपीएफ के जवानों की तैनाती होती है, पर उस इलाके में रेल मंत्री के कार्यक्रम की वजह से घटना के वक्त RPSF के 24 जवान और थे. मंत्री और उनके समर्थक स्टेशन की मेन एंट्री से नहीं, बल्कि ट्रैक से होकर आए. बम फेंकने वाले हमलावर झुंड में 8-10 की तादाद में थे. घटना की जानकारी RPF के जवान ने पुलिस को दी जो उस वक्त घंटने का चश्मदीद था.
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हमले के पीछे का तर्क
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक- बांग्लादेश बॉर्डर के आसपास का स्टेशन जहां गाय की स्मगलिंग आम है, लिहाज़ा यह सत्ता में बैठे लोगों को निशाना बनाने की साज़िश का हिस्सा है. पिछले चुनाव में ज़ाकिर हुसैन ने सीपीआईएम के उम्मीदवार को हराया था . टीएमसी और सीपीआई राजनीतिक प्रतिद्वंदिता हैं. सीपीआई ने पिछले सप्ताह एक प्रदर्शन किया था जिसपर ममता सरकार की पुलिस ने डंडे बरसाए थे. दोनों पक्षों में तात्कालिक तनाव की वजह ये भी था. 2017 में ज़ाकिर हुसैन ने टीएमसी के ही दो लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी. यानी वहां TMC में भी आपस में झगड़ा चल रहा था
. घटना पहली नज़र में राजनीतिक दुश्मनी की वजह से हुई लगती है.
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