Iran Israel conflict: ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष जारी है. इन हालात में भारत ने ईरान या इजरायल की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. ईरान और इजरायल ने कामर्शियल फ्लाइटों के लिए अपने हवाई क्षेत्र खोल दिए हैं. हालांकि यह साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि हवाई क्षेत्र आगे भी खुला रहेगा, क्योंकि उस क्षेत्र में संघर्ष जारी है.
ईरान और इजरायल की यात्रा को लेकर सलाह के संबंध में मीडिया के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि, "हम क्षेत्र के हालात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. हमने यह भी नोट किया है कि ईरान और इजरायल ने अपना हवाई क्षेत्र कई दिनों से खोल रखा है."
जयसवाल ने कहा कि, "हम भारतीय नागरिकों को इन देशों की यात्रा करते समय सतर्क रहने और भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह देते हैं."
ईरान ने पिछले महीने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी थीं. उनमें से लगभग सभी को रोक लिया गया था.
इस बीच, इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के बीच पिछले छह महीनों से गाजा में युद्ध के समानांतर रोज ही सीमा पार से हमले बढ़ गए हैं. इन हमलों की बढ़ती सीमा के कारण अधिक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष की आशंकाएं बढ़ गई हैं. हिजबुल्लाह ने 2006 से ही ताकतवर शस्त्र एकत्रित कर रखे हैं.
गाजा में इजरायल से लड़ने वाले फिलिस्तीनी ग्रुप हमास की तरह ही हिजबुल्लाह के पास भी लड़ाकों और हथियारों को इधर से उधर ले जाने के लिए सुरंगों का नेटवर्क है. इसके लड़ाके सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना के साथ एक दशक से अधिक समय से प्रशिक्षण भी ले रहे हैं.
हिजबुल्लाह ने अब तक अपने हमले उत्तरी इजरायल की एक पट्टी तक ही सीमित रखे हैं. वह ऐसा करके इजरायली बलों को गाजा से दूर रखना चाहता है. इजरायल ने कहा है कि वह हिजबुल्लाह को सीमा से पीछे धकेलने के लिए तैयार है, हालांकि उसने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह यह कैसे करेगा.
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