"PM मोदी सबके विकास के लिए कर रहे काम, कांग्रेस आलोचना करने में व्यस्त": अयोध्या राम मंदिर के पुजारी

उदित राज की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Ayodhya Temple Priest On Udit Raj) ने कहा,  "पीएम जो कर रहे हैं वह 'सबका साथ, सबका विकास' है. कांग्रेस सत्ता में आना चाहती है लेकिन उसको सत्ता नहीं मिलने वाली."

उदित राज पर आचार्य सत्येंद्र दास की प्रतिक्रिया.

खास बातें

  • कांग्रेस पर अयोध्या राम मंदिर के पुजारी का निशाना
  • पीएम मोदी 'सबका साथ, सबका विकास' पर कर रहे काम
  • उदित राज के 'मनुवाद' वाले बयान पर बवाल
नई दिल्ली:

अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कांग्रेस पर निशाना (Ayodhya Ram Templeसाधा है. उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी 'सबका साथ, सबका विकास' कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सिर्फ पीएम मोदी की "आलोचना" कर रही है. आचार्य सत्येंद्र दास की प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता उदित राज (Congress Leader Udit Raj) की "मनुवाद" वाली टिप्पणी के बाद सामने आई है. बता दें कि कांग्रेस नेता उदित राज ने हाल ही में यह कहकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया कि "500 साल बाद मनुवाद लौट रहा है."

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कांग्रेस को सत्ता नहीं मिलने वाली-राम मंदिर पुजारी

उदित राज की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा,  "पीएम जो कर रहे हैं वह 'सबका साथ, सबका विकास' है. कांग्रेस सत्ता में आना चाहती है लेकिन उसको सत्ता नहीं मिलने वाली, क्योंकि जनता सत्ता देती है और इन लोगों को जनता में कोई दिलचस्पी नहीं है. वह सिर्फ प्रधानमंत्री की आलोचना करने का काम कर रहे हैं." वहीं उदित राज को अपने बयान के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है. कांग्रेस नेता ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि वह राम मंदिर का विरोध नहीं कर रहे हैं और उनके ट्वीट को मंदिर से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.

पीएम मोदी पर क्या बोले उदित राज?

बता दें कि कांग्रेस नेता उदित राज ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट किया, "जब मैंने मनुवाद की वापसी के बारे में लिखा तो बीजेपी और गोदी मीडिया को गुस्सा क्यों आया? मुझे समझ नहीं आया! असम के सीएम एक्स पर लिखते हैं कि ऊंची जातियों की सेवा करना शूद्रों का कर्तव्य है और जब मैंने विरोध किया तो उन्होंने विरोध किया और इसे हटा दिया. मोदी जी ने 2007 में कर्मयोग नामक पुस्तक लिखी, जिसमें मैला ढोने वालों को आध्यात्मिकता का अनुभव होता है. राम मंदिर कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान, पीएम मोदी निषाद परिवार से मिले, ऐसा दिखाया गया कि वह भगवान राम हैं और नदी क्रॉस करने के लिए मदद मांगने गए हैं. अगर मोदी जी एक नागरिक के रूप में या एक पीएम के रूप में गए होते तो यह नहीं बताया जाता कि वह निषाद परिवार से मिलने गए थे, और अब बीजेपी ने पलटवार करने की कोशिश कर रही है, कि वह लाभार्थी से मिलने गए थे."

शिक्षा को महंगा किया और जातीय जनगणना के खिलाफ-उदित राज

उदित राज ने आगे लिखा, " 2014 से लगातार देश के संसाधनों को पूंजीपतियों को देकर वह दलितों और पिछड़ों की नौकरियां छीन रहे हैं. वह  शिक्षा को और महंगा कर रहे हैं और जातीय जनगणना के खिलाफ हैं. मंडल आयोग के खिलाफ आंदोलन को राम मंदिर निर्माण की तरफ मोड़ दिया. मीडिया वालों ने मुझे यह कहकर भ्रमित करने की कोशिश की कि मैं राम मंदिर का विरोध कर रहा हूं, लेकिन मैंने कहा कि ऐसा नहीं है. कांग्रेस ने राम मंदिर निर्माण का बिल्कुल भी विरोध नहीं किया. शिक्षण संस्थानों में सिर्फ आरएसएस के लोगों की भर्ती की जा रही है. क्या यह सब नहीं दिखाता कि मनुवाद की वापसी हो रही है."

वहीं राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी ने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा, ''यह तय है कि 2024 में बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाएगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे". बता दें कि पीएम मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होंगे. 
 

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