पिछले करीब 27 बरस से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर मानवता की सेवा करने वाले अयोध्या के मकबूल बाशिंदे पद्मश्री मोहम्मद शरीफ उर्फ शरीफ चाचा को भी बुधवार को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत का न्योता मिला है. शरीफ के बेटे मोहम्मद सगीर ने मंगलवार को 'भाषा' को बताया कि करीब 82 वर्षीय उनके पिता को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भेजा गया निमंत्रण मंगलवार को दोपहर में मिला है. हालांकि उन्होंने यह कहा कि उनके पिता को पिछले कुछ समय से गुर्दों की बीमारी के कारण काफी परेशानी हो रही है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे, लिहाजा वह कार्यक्रम में शरीक हो पाएंगे, इसमें संदेह है.
Ayodhya: Mohammad Sharif who is known for cremating over 25,000 unclaimed bodies has been invited for the foundation stone laying ceremony of the Ram Temple on August 5. He says,"If my health permits I will go." pic.twitter.com/HTWRZSgQSa
— ANI UP (@ANINewsUP) August 4, 2020
सगीर ने बताया कि शरीफ चाचा का अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है और उनकी हालत देखने के बाद तय किया जाएगा कि वह कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे या नहीं. पेशे से बाइसाइकिल मैकेनिक मोहम्मद शरीफ पिछले करीब 27 साल से जिले में लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते हैं.
सगीर के मुताबिक उनके पिता हिंदू, मुस्लिम समेत सभी धर्मों से जुड़े लोगों के लावारिस शवों का उनकी आस्था के मुताबिक अंतिम संस्कार करते हैं. अब तक वह करीब 25,000 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं.0 मानवता की इस महान सेवा के लिए मोहम्मद शरीफ को इस साल जनवरी में देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से विभूषित किया गया था.
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