विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Dec 09, 2023

"असम कभी भी म्यांमार का हिस्सा नहीं था": हिमंता बिस्वा सरमा का कपिल सिब्बल पर पलटवार

सीएम हिमंता बिस्बा सरमा ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जिन लोगों को असम के इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं है, उन्हें बोलना नहीं चाहिए. असम कभी भी म्यांमार का हिस्सा (Assan Was Never Part Of Myanmar) नहीं था."

Read Time: 5 mins
"असम कभी भी म्यांमार का हिस्सा नहीं था": हिमंता बिस्वा सरमा का कपिल सिब्बल पर पलटवार
कपिल सिब्बल पर असम के सीएम का पलटवार
नई दिल्ली:

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान असम को म्यांमार का हिस्सा कहने पर वकील कपिल सिब्बल पर पलटवार किया. कपिल सिब्बल की यह टिप्पणी कथित तौर पर बुधवार को नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 6ए की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान सामने आई.  जिसके बाद सीएम हिमंता बिस्बा सरमा ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जिन लोगों को असम के इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं है, उन्हें बोलना नहीं चाहिए. असम कभी भी म्यांमार का हिस्सा नहीं था. थोड़े समय के लिए झड़पें हुई थीं, म्यांमार से यही एकमात्र संबंध था, वरना मैंने ऐसा कोई डेटा नहीं देखा है जिसमें कहा गया हो कि असम म्यांमार का हिस्सा था."

ये भी पढ़ें-गाजा में तत्काल युद्धविराम वाला UN का प्रस्ताव नहीं हुआ पास, अमेरिका के वीटो की वजह से खारिज

CM हिमंता और कपिल सिब्बल के बीच वाकयुद्ध

असम के सीएम और पूर्वोत्तर के लिए बीजेपी के रणनीतिकार के रूप में पहचान रखने वाले हिमंता बिस्बा सरमा और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के बीच मणिपुर संकट के बीच वाकयुद्ध सामने आया, जहां म्यांमार से अवैध अप्रवासियों का मुद्दा हिंसा का बड़ा कारण  बना. गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई नेताओं ने कहा है कि पूर्वोत्तर राज्य में अशांति के पीछे अवैध अप्रवासियों का घुसना भी मुख्य कारणों में एक है.

असम मूल रूप से म्यांमार का हिस्सा था-सिब्बल

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा था कि किसी भी माइग्रेशन को कभी भी मैप नहीं किया जा सकता. कपिल सिब्बल ने कहा, "अगर आप असम के इतिहास को देखें, तो आपको एहसास होगा कि यह पता लगाना असंभव है कि कौन कब आया था. असम मूल रूप से म्यांमार का हिस्सा था, यह 1824 में अंग्रेजों ने इस क्षेत्र के एक हिस्से पर जीत हासिल करने के बाद वापस या था, जब एक संधि के तहत असम को अंग्रेजों को सौंप दिया गया.” उन्होंने कहा, "आप कल्पना कर सकते हैं कि तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य के संदर्भ में लोगों के किस तरह के आंदोलन हुए होंगे, अगर आप 1905 में जाते हैं, तो आपके पास बंगाल का विभाजन है." 

मिजोरम के CM ने कही शाह-जयशंकर से मिलने की बात

मणिपुर में हुई हिंसा के बाद संवेदनशील सार्वजनिक चर्चा में म्यांमार का कोई भी उल्लेख बेहद भावनात्मक हो गया है. कुकी जनजातिया, मणिपुर से अलग एक अलग प्रशासन चाहती हैं. पड़ोसी राज्य मिजोरम भी मणिपुर में कुकियों की मांगों का समर्थन कर रहा है. मिजोरम के नए मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने बुधवार को कहा कि वह म्यांमार और बांग्लादेश के शरणार्थियों और मिजोरम में शरण लेने वाले मणिपुर के विस्थापित कुकी जनजातियों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जल्द ही दिल्ली में अमित शाह और एस जयशंकर से मिलेंगे.

मणिपुर-म्यांमार के लोग हमारा खून-लालडुहोमा

4 नवंबर को चुनाव प्रचार के दौरान, लालडुहोमा ने एनडीटीवी से कहा था कि सभी मिज़ो लोगों को एक ही प्रशासनिक इकाई के तहत देखना उनका "सपना" है, "जैसा कि कहा जाता है, खून पानी से अधिक गाढ़ा होता है. मणिपुर के साथ-साथ म्यांमार के लोग,  हमारे परिजन और रिश्तेदार हैं, हमारा मांस और खून हैं, वे हमारे भाई और बहन हैं. जब वे अंदर हों तो हम उन्हें धोखा नहीं दे सकते एक कठिन स्थिति...और ज़ो एकीकरण या ग्रेटर मिजोरम के संबंध में, आप इसे जो भी कहें, हम सभी इसके पीछे हैं. यह मिज़ो लोगों का सपना है कि एक दिन आएगा जब सभी मिज़ो लोग अंग्रेजों की विभाजन की नीति की वजह से विभाजित हो जाएंगे और शासन एक प्रशासनिक इकाई के अधीन होगा. वह दिन एक दिन आएगा,  यह हमारा सपना है.  यह अकेले एमएनएफ की निजी संपत्ति नहीं, सभी मिज़ोस का सपना है."

मिजोरम ने 35,000 से ज्यादा लोगों को दी शरण

मिजोरम ने जुंटा शासित म्यांमार से 35,000 से ज्यादा शरणार्थियों को शरण दी है, जहां सैन्य बल जातीय विद्रोही समूहों और लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों से लड़ रहे हैं. मिजोरम ने जुंटा शासित म्यांमार से 35,000 से अधिक शरणार्थियों को शरण दी है, जहां सैन्य बल जातीय विद्रोही समूहों और लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों से लड़ रहे हैं.

ये भी पढ़ें-तेलंगाना सरकार ने शुरू की महिलाओं, ट्रांसजेंडर्स के लिए मुफ्त बस यात्रा योजना

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
नौकरी का वादा कर महिला से ठगे 39 लाख रुपये, केस दर्ज
"असम कभी भी म्यांमार का हिस्सा नहीं था": हिमंता बिस्वा सरमा का कपिल सिब्बल पर पलटवार
NDTV के इंटरव्यू में कही PM मोदी की बात हुई सच, सैम पित्रोदा फिर बनाए गए कांग्रेस के ओवरसीज अध्यक्ष
Next Article
NDTV के इंटरव्यू में कही PM मोदी की बात हुई सच, सैम पित्रोदा फिर बनाए गए कांग्रेस के ओवरसीज अध्यक्ष
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;