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ट्रंप की तारीफ करो और आर्थिक प्रतिबंध हट जाएंगे? म्यांमार की तानाशाह सेना को 2 हफ्ते में ही मिल गया इनाम

म्यांमार सेना प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने 2021 के तख्तापलट के बाद सत्ता पर कब्जा कर लिया था. उन्होंने नागरिक सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया और गृह युद्ध छिड़ गया, जिसमें हजारों लोग मारे गए, 35 लाख लोग विस्थापित हुए और आधा देश गरीबी में चला गया.

ट्रंप की तारीफ करो और आर्थिक प्रतिबंध हट जाएंगे? म्यांमार की तानाशाह सेना को 2 हफ्ते में ही मिल गया इनाम
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
  • म्यांमार सेना प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक पत्र भेजकर उनकी प्रशंसा की थी.
  • 2 हफ्ते में अमेरिका ने म्यांमार सेना के कई सहयोगियों और उनसे जुड़ी कंपनियों पर लगे आर्थिक प्रतिबंध हटा दिए हैं
  • म्यांमार में 2021 के तख्तापलट के बाद गृह युद्ध छिड़ गया, जिसमें हजारों लोग मारे गए और लाखों विस्थापित हुए.
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आप अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ कीजिए और आपका फायदा हो जाएगा! यह हम नहीं कह रहे हैं, लेकिन ट्रंप के फैसले ऐसे ही संकेत देते हैं. म्यांमार की सत्ता संभालने वाली सेना (जुंटा) के प्रमुख ने दो हफ्ते पहले ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ करते हुए एक लेटर भेजा था. और अब अमेरिकी ट्रेजरी नोटिस से पता चलता है कि अमेरिका ने म्यांमार सेना के जनरल के कई सहयोगियों और उनकी सेना से जुड़ी कंपनियों से आर्थिक प्रतिबंध हटा दिए हैं. ह्यूमन राइट्स वॉच ने इस पर चिंता जताई है.

म्यांमार सेना प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने 2021 के तख्तापलट के बाद सत्ता पर कब्जा कर लिया था. उन्होंने नागरिक सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया और गृह युद्ध छिड़ गया, जिसमें हजारों लोग मारे गए, 35 लाख लोग विस्थापित हुए और आधा देश गरीबी में चला गया.

दो हफ्ते पहले, टॉप जनरल ने ट्रंप को एक पत्र भेजा था, जिसमें टैरिफ के उनके खतरे का जवाब देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पद की प्रशंसा की गई थी. साथ ही कहा गया था कि म्यांमार में जारी संघर्ष को कवर करने वाले अमेरिकी वित्त पोषित मीडिया आउटलेट को बंद कर दिया जाएगा. अब गुरुवार, 24 जुलाई को अमेरिकी ट्रेजरी नोटिस में कहा गया कि केटी सर्विसेज एंड लॉजिस्टिक्स, म्यांमार केमिकल एंड मशीनरी कंपनी और सनटैक टेक्नोलॉजीज के साथ-साथ उनके प्रबंधकों के खिलाफ प्रतिबंध हटा दिए गए हैं.

केटी सर्विसेज एंड लॉजिस्टिक्स और इसके CEO जोनाथन मायो क्याव थौंग को जुंटा "क्रोनीज" (जुंटा के सहयोगी) के रूप में वर्णित किया गया था जब उन्हें 2022 में यांगून के बंदरगाह को 3 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष के लिए पट्टे पर देने की मंजूरी दी गई थी. 

म्यांमार केमिकल एंड मशीनरी कंपनी और उसके मालिक, आंग ह्लाइंग ऊ, और सनटैक टेक्नोलॉजीज के मालिक सिट ताईंग आंग को उसी साल के अंत में सेना के टैंक और मोर्टार सहित हथियार बनाने के लिए मंजूरी दे दी गई थी. एक तीसरा म्यांमार नागरिक, टिन लैट मिन - जिसे अमेरिका ने पहले "शासन से निकटता से संबंधित विभिन्न कंपनियों" का मालिक बताया था, उसे भी प्रतिबंध सूची से हटा दिया गया है.

अमेरिकी ट्रेजरी नोटिस में प्रतिबंध हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया. न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया.

दरअसल ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग को एक लेटर भेजा था, जो उनके टैरिफ वॉर के रूप में विदेशी नेताओं को भेजे गए संदेशों में से एक था. माना जाता है कि यह लेटर तख्तापलट के बाद से जुंटा के शासन को वाशिंगटन की दी गई पहली सार्वजनिक मान्यता भी है क्योंकि लेटर उसे भेजा गया. इसमें म्यांमार को अमेरिका के साथ व्यापार समझौता नहीं होने तक 40 प्रतिशत टैरिफ की धमकी दी गई है. इसके जवाब में दो हफ्ते पहले मिन आंग ह्लाइंग ने अपने लेटर में ट्रंप की "ईमानदारी से सराहना" की और उनके "मजबूत नेतृत्व" की प्रशंसा की.

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