डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक को पिछले महीने जेल में हुई एक बड़ी सेंध के मामले में गुरुवार की रात में गिरफ्तार कर लिया गया. जेल में अलगाववादी समूह 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े कैदियों से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए गए थे. अलगाववादी अमृतपाल सिंह और उसके नौ सहयोगी पिछले साल से इसी जेल में बंद हैं.
यह अलगाववादी जेल के जिस सेल में बंद हैं वहां से पिछले माह एक जासूसी कैमरा, एक स्मार्टफोन, एक कीपैड फोन, पेन ड्राइव, ब्लूटूथ हेडफोन और स्पीकर, एक स्मार्टवॉच और कई अन्य चीजें बरामद की गई थीं.
जेल मैनुअल का उल्लंघन करने के आरोप में जेल अधीक्षक निपेन दास को गिरफ्तार कर लिया गया है. डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक वीवी राकेश रेड्डी ने कहा, उन पर कड़े आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और असम जेल अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं.
वीवी राकेश रेड्डी ने कहा, "हमें हाल ही में अमृतपाल सिंह और उसके नौ सहयोगियों की सेल में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले. हमें जांच के दौरान डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक निपेन दास के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं. हमें उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया सबूत मिले हैं."
पंजाब पुलिस ने कई हफ्तों की तलाश के बाद 23 अप्रैल, 2023 को अमृतपाल सिंह को राज्य के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसको डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था.
अलगाववादी अमृतपाल पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी एनएसए के तहत आरोप लगाए गए हैं. उसके नौ सहयोगियों पर भी एनएसए के तहत आरोप लगाए गए हैं.
असम की डिब्रूगढ़ जेल 1859-60 में बनी थी. यह पूर्वोत्तर की सबसे पुरानी और सबसे उच्च सुरक्षा वाली जेलों में से एक है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं