महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बगावती तेवर से सियासत गरमाई हुई है. बता दें कि बागी विधायक असम के गुवाहाटी में एक होटल में ठहरे हुए हैं. इसको लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी विपक्षी दलों के निशाने पर रहे हैं. उनपर विपक्षी दलों की ओर से गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायकों की मेजबानी करके तख्तापलट में मदद का आरोप भी लगा है. हालांकि, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मेरी "प्राथमिकता" असम के लोग हैं.
सीएम सरमा ने सिलसर से एनडीटीवी को बताया कि "असम के लोग मेरी प्राथमिकता जानते हैं. लोग सरकार से बेहद खुश हैं. स्थिति पर नजर रखने वाले लोग जानते हैं कि मैं 24 घंटे मैदान पर हूं."
उन्होंने कहा कि यह सिलचर की मेरी दूसरी यात्रा है. हमारी प्राथमिकता बिजली बहाल करना है. मुझे लगता है कि बराक नदी भी उफान पर है. जब तक बारिश नहीं होती है, मुझे उम्मीद है कि अगले 24 घंटों में सिलचर में स्थिति सुधरेगी.
बता दें कि असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को भीषण बनी रही और राज्य के 34 जिलों में 40 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. सिलचर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
पिछले दो सप्ताह से बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे पूर्वोत्तर राज्य के 637 राहत शिविरों में 2.33 लाख लोगों ने शरण ली है।
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि हालांकि भाजपा ने "ऑपरेशन लोटस" पर अपनी किसी भी तरीके की संलिप्तता के आरोप से इनकार किया है. लेकिन सरमा के करीबी माने जाने वाले एक युवा सांसद के बागियों के संपर्क में होने की खबर है.
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