असम: पहले चरण में किसान से लेकर कारोबारी, गृहिणियों से लेकर पूर्णकालिक नेता तक मैदान में

डिब्रूगढ़ से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार मनोज धनोवर ने भी कहा है कि वह एक राजनेता और एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जबकि उनकी पत्नी एक शिक्षक हैं और एक शैक्षणिक व खेल फाउंडेशन की प्रबंध न्यासी हैं.

असम: पहले चरण में किसान से लेकर कारोबारी, गृहिणियों से लेकर पूर्णकालिक नेता तक मैदान में

प्रतीकात्मक तस्वीर

गुवाहाटी:

असम में 19 अप्रैल को पांच संसदीय क्षेत्रों में होने वाले पहले चरण के चुनाव में किसान से लेकर कारोबारी, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, वकील और गृहिणियों से लेकर पूर्णकालिक नेता तक चुनाव मैदान में अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं. निर्वाचन आयोग को सौंपे गए हलफनामे के अनुसार इनमें से आठ उम्मीदवार ऐसे हैं जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद तपन गोगोई और प्रदान बरुआ किसान हैं और पूर्णकालिक राजनीति में भी शामिल हैं.

असम जातीय परिषद के अध्यक्ष और डिब्रूगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विपक्ष के उम्मीदवार लुरिनज्योति गोगोई एक किसान हैं और खेती-किसानी ही उनकी आय का स्रोत है. केंद्रीय मंत्री और डिब्रूगढ़ से भाजपा उम्मीदवार सर्बानंद सोनोवाल के साथ ही भाजपा के काजीरंगा से उम्मीदवार कामाख्या प्रसाद तासा और कांग्रेस के जोरहाट उम्मीदवार गौरव गोगोई ने राजनीति को अपना पेशा बताया है. तीनों सांसद के रूप में वेतन प्राप्त कर रहे हैं.

भाजपा के सोनितपुर के उम्मीदवार और विधायक रंजीत दत्ता भी एक पूर्णकालिक नेता हैं, जबकि उनके परिवार के सदस्य ईंधन सर्विस स्टेशन, चाय बागान और ईंट उद्योग सहित विभिन्न व्यवसायों में शामिल हैं.

डिब्रूगढ़ से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार मनोज धनोवर ने भी कहा है कि वह एक राजनेता और एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जबकि उनकी पत्नी एक शिक्षक हैं और एक शैक्षणिक व खेल फाउंडेशन की प्रबंध न्यासी हैं.

कांग्रेस की काजीरंगा उम्मीदवार रोजलिना तिर्की भी पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ हैं. पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले सेवानिवृत्त लोगों में एक पूर्व सरकारी इंजीनियर, बीमा अधिकारी और एक निजी फर्म कर्मचारी शामिल हैं.

दो गृहिणियां, एक पूर्णकालिक राजनेता और एक व्यवसायी उन चार महिला उम्मीदवारों में शामिल हैं जो पहले चरण के चुनाव में मैदान में हैं. काजीरंगा संसदीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा महिला उम्मीदवार हैं. तिर्की कांग्रेस की उम्मीदवार हैं जबकि वोटर्स इंटरनेशनल पार्टी की अनिमा डेका गुप्ता गृहिणी हैं. निर्दलीय दिलुवारा बेगम चौधरी एक व्यवसायी हैं और एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी की डीलरशिप उनके पास है.

एक अन्य महिला उम्मीदवार रिंकू रॉय सोनितपुर से चुनाव लड़ रही हैं जबकि पहले चरण के शेष तीन निर्वाचन क्षेत्रों में कोई महिला उम्मीदवार नहीं है. काजीरंगा से चुनाव लड़ रहे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के सालेह अहमद मजूमदार निजी शिक्षक के रूप में काम करते हैं जबकि लखीमपुर से चुनाव लड़ रहे एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के एक अन्य उम्मीदवार पल्लब पाल पेगू के पास कोई घोषित पेशा या आय का स्रोत नहीं है.

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पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए काजीरंगा, जोरहाट, डिब्रूगढ़, सोनितपुर और लखीमपुर निर्वाचन क्षेत्रों में 35 उम्मीदवार मैदान में हैं.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)