नई दिल्ली:
रामलीला मैदान में आठ साल की इकरा और सिमरन पर उस वक्त सभी की नजरें थीं, जब उन्होंने अन्ना हजारे को नारियल पानी और शहद पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया। दरियागंज के एक स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ने वाली इकरा से मीडियकर्मी समेत अन्य लोग भी यही सवाल कर रहे थे कि जब वह करीब एक घंटे तक अन्ना के पास बैठी थी, तो उन्होंने उससे क्या कहा। पहली बार टीवी कैमरे का सामना कर रही इकरा शरमाते हुए अपने पिता के पीछे छिपने लगी। बाद में उसने अपने अंकल के कहने पर कुछ सवालों के जवाब दिए। उसने अपने अंकल को बताया कि अन्ना ने उससे अच्छी तरह पढ़ाई करने के लिए कहा। बच्ची के पिता शकीमुल्ला और उसके अंकल अप्रैल से ही अन्ना का समर्थन करते आ रहे हैं, जब उन्होंने मजबूत लोकपाल की मांग करते हुए पहली बार अनशन किया था। शकीमुल्ला ने बताया कि उन्हें सुबह ही अन्ना के सहयोगियों ने बताया कि अन्ना का अनशन तुड़वाने वाली दो बच्चियों में उनकी बिटिया भी होगी। उन्होंने कहा कि यह मौका पाकर हम बहुत गौरवान्वित हुए। कैमरों के सामने बोलने में सिमरन भी शरमा रही थी।