नई दिल्ली:
केरल के मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन द्वारा कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को 'अमूल बेबी' कहे जाने को लेकर उठे विवाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी कूद पड़ी है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि अच्युतानंदन की उम्र पर टिप्पणी करने से पहले राहुल यह क्यों भूल गए कि तमिलनाडु में उनकी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि का समर्थन कर रही है, जो अच्युतानंदन की उम्र के ही हैं। सुषमा ने मंगलवार को संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा, "विधानसभा चुनावों में प्रचार के दौरान यह देखने को मिला कि कांग्रेस नेतृत्व ने इस दौरान दिमाग का उपयोग किया ही नहीं। चाहे वह सोनिया गांधी हों, राहुल गांधी हों या केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्यमंत्री वी. नारायणसामी।" सुषमा ने कहा, "राहुल गांधी ने अच्युतानंदन के उम्र पर टिप्पणी की लेकिन राहुल ने अपना दिमाग नहीं लगाया कि जो वह कह रहे हैं वही चीज उन पर भी लागू होगी। तमिलनाडु में करुणानिधि मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस उनका समर्थन कर रही है। उनकी उम्र वही है जो अच्युतांनद की है।" सुषमा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी ने केरल में चुनाव प्रचार के दौरान वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के लिए वोट मांगा। उन्होंने एक नहीं दो-दो बार ऐसा किया लेकिन फिर भी उन्होंने अपना दिमाग नहीं लगाया। गलती का एहसास होने पर भी उन्होंने अपनी गलती नहीं सुधारी।" उल्लेखनीय है कि अच्युतानंदन ने गत रविवार को राहुल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्हें 'अमूल बेबी' कहा था। इससे पहले राहुल ने अच्युतानंदन की उम्र पर टिप्पणी की थी। राहुल ने शनिवार को केरल में एक चुनावी सभा के दौरान कहा था कि यदि विधानसभा चुनाव में वामपंथी सत्ता में आते हैं तो पांच वर्ष के कार्यकाल की समाप्ति पर राज्य में एक 93 वर्षीय मुख्यमंत्री होगा। अच्युतानंदन फिलहाल 88 वर्ष के हैं। अच्युतानंदन ने कहा था, "कांग्रेस पार्टी के कुछ अमूल बेबी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने हेतु यहां अमूल बेबी आया हुआ है।" अच्युतानंदन द्वारा कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को 'अमूल बेबी' कहा जाना कांग्रेस को बहुत नागवार गुजरा था। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कोलकाता में और कांग्रेस महासिचव दिग्विजय सिंह ने नई दिल्ली में अच्युतानंदन के बयान की तीखी आलोचना की थी।