आज जारी एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल कोझीकोड हवाईअड्डे पर एयर इंडिया विमान दुर्घटना का संभावित कारण विमान उड़ाने वाले पायलट द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया का पालन नहीं किया जाना था. इस हादसे में 21 लोगों की मौत हुई थी.
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की 257-पृष्ठ की रिपोर्ट में कहा गया है कि "दुर्घटना का संभावित कारण पायलट द्वारा मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन न करना था. उन्होंने एक अस्थिर दृष्टिकोण बनाए रखा और 'गो अराउंड' कॉल के बावजूद, रनवे से आधे रास्ते नीचे टचडाउन ज़ोन से आगे निकल गए. पायलट 'गो अराउंड' और पायलट मॉनिटरिंग में विफलता के कारण विमान पर नियंत्रण खो बैठे."
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो, जो कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय का एक प्रभाग है और विमान दुर्घटनाओं की जांच करता है, ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दुर्घटना के लिए एक सहायक कारक के रूप में प्रणालीगत विफलताओं की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
दुबई से उड़ान भरने वाली फ्लाइट 1344 में कुल 184 यात्री और चालक दल के छह सदस्य सवार थे. पिछले साल 7 अगस्त को कोझीकोड में उतरते समय विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसे में मारे गए लोगों में 19 यात्री और दो पायलट थे.
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