पूरे दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है, भारत में भी आए ताजा मामलों के बाद सरकार की तरफ से सतर्कता बरती जा रही है. प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने भी बयान जारी कर लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है. इधर शुक्रवार तक भारत में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 31 तक पहुंच गयी है. दिल्ली सरकार की तरफ से पांचवी तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है. इस पूरे मामले में एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया से NDTV से खास बातचीत की.
सवाल- कोरोना संकट से बचने के लिए क्या-क्या उपाय सरकार की तरफ से की जा रही है?
जवाब- इस संकट से निपटने के लिए सरकार की तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं. हमारा प्रयास है कि अन्य देशों की तरह ये संकट भारत में भी भयावह न हो जाए. दूसरा हमारा कदम है कि अगर ऐसे हालत पैदा होते है तो हम पहले से ही पूरी तैयारी करें कि हमारे अस्पतालों में बेड की उपलब्ध हो, मरीज़ को इंतज़ार ना करना पड़े और उसको अगर आईसीयू में भी ज़रुरत पड़े तो बेड मौजूद रहे. इसके साथ महत्वपूर्ण संयंत्रों के साथ मास्क पूरी व्यवस्था हो.
सवाल- कोरोना वायरस के भारत में अबतक कितने केस सामने आए हैं?
जवाब- कोरोना वायरस के अबतक भारत में 31 केस हो गए हैं. जिनमें से कुछ के हालत में सुधार हुई है. इटली से आए पर्यटक और केरल के नागरिक में ये पाया गया जिसके बाद उनके संपर्क में आए लोगों में इसका संक्रमण हुआ है. अबतक हमारी खुशकिस्मती है जो हमारे पास अभी तक जो भी केस आए हैं वो अधिक गंभीर नहीं थे.
सवाल- 31 केस में क्या कोई केस ऐसा भी है जो जिसे बिना किसी विदेशी के संपर्क आए यह संक्रमण हो गया है?
जवाब- हमारे पास अब तक जो भी केस आए हैं वही है जो बाहर से भारत आए हैं. या जिनके करीबी लोग विदेश की यात्रा कर के आए हैं.
सवाल- वायरस किन लोगों को चपेट में ले सकता है? बताया जा रहा है कि 5 साल तक या 50 साल की उम्र से अधिक के ही अधिकतर लोग इसके चपेट में आ रहे हैं?
जवाब- चाइना या और देशों से जो डाटा आया है कि जो लोग नौजवान और शारीरिक तौर पर बिमारियों से लड़ने की क्षमता रखते हैं उनको मामूली असर देखा गया है. ऐसे लोग दवा ले कर ठीक हो जा रहे हैं. जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है या जिनको डायबटीज़ है जिनके ह्रदय या फेफड़े का रोग है उनमे इस बीमारी का असर अधिक देखने को मिल रहा है. बच्चों और नौजवानों में इसका असर कम देखा गया है.
सवाल - एम्स के निदेशक होने के नाते आप लोगों को क्या सलाह देना चाहेंगे?
जवाब - मैं तो यह कहूंगा कि पैनिक न करें अपना ध्यान रखें. लगातार हैंड वाश करें भीड़-भाड़ की जगह से परहेज़ करें, क्योंकि इससे इंफेक्शन होने के चांसेस बढ़ता हैं. दूसरा यह है कि अगर आपको यह लगता है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जो पॉजिटिव है तो तुरंत जरुरी कदम उठाएं.
सवाल- क्या यह वायरस चिकन में पाया जाता है?
सवाल - कोरोना वायरस पहले ये जानवरो में देखा गया था जो बाद में इंसानो में आ गया. अब ये एक इंसान के शरीर से दूसरे इंसान के शरीर में फ़ैल रहा है. अब यह आदमियों के बीच फैलने वाला वायरस है. चिकन और नॉनवेज से वायरस से कुछ लेना-देना नहीं है.
सवाल - आप का मतलब चिकन खाया जा सकता है?
जवाब - हा बिल्कुल, चिकन खा सकते हैं कई लोग यह सोचते हैं अगर हम चाइनीज समानों में भी वायरस हो सकता है. अगर खाना अच्छी तरह पकाया गया हो तो उसमे वायरस बैक्टीरिया मर जाते हैं. खाने वाली चीज या खाने वाले पदार्थ से इंफेक्शन नहीं होता.
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