'अग्निपथ' योजना को लेकर शनिवार को भी बिहार में विरोध प्रदर्शन जारी रहा. इधर हाल के दिनों में प्रदर्शनकारियों द्वारा बीजेपी कार्यालयों और उनके नेताओं के आवास पर हुए हमले के बाद आज बीजेपी ने राज्य सरकार पर हमला बोल दिया. बीजेपी ने हो रही घटनाओं को राज्य सरकार की विफलता बताते हुए कहा कि अगर ये घटनाएं नहीं बंद हुए तो किसी के लिए अच्छा नहीं होगा. वहीं पिछले दो दिनों की तुलना में आज प्रशासन अधिक चुस्त दिखी और बिहार में आज ट्रेन के डिब्बे नहीं जले.
हालांकि पिछले 2 दिनों की घटना के बाद आज बिहार में बहुत कम ट्रेन ही चले. लेकिन स्टेशन और उसके आसपास क़रीब आधे दर्जन से अधिक हिंसा की घटनाओं के तस्वीरें सामने आयी. खुद राज्य के पुलिस महानिदेशक पटना स्टेशन पर निरीक्षण करने के लिए पहुंचे. वहीं दिन में ट्रेन नहीं चलने और रद्द रहने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
हालांकि शनिवार को बीजेपी नेताओं के घरों और बीजेपी कार्यालयों पर हमले कम हुए हैं लेकिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राज्य सरकार पर काफी गुस्से में दिखे. शाम होते-होते जेडीयू और बीजेपी में चल रही तनातनी के बीच केंद्र सरकार ने बिहार के दोनों उप-मुख्यमंत्री समेत कुल 10 नेताओं को वाई लेवल की सुरक्षा देने का फैसला किया है.
केंद्र सरकार ने बिहार के डिप्टी सीएम रेणु देवी, तारकेश्वर प्रसाद, बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, बिस्फी से विधायक हरिभूषण ठाकुर, दरभंगा से विधायक संजय सरावगी समेत कई नाम शामिल हैं. गृह मंत्रालय ने ये फैसला केंद्रीय खुफिया एजेंसियां की उस रिपोर्ट के आधार पर लिया है जिसमें इन तमाम नेताओं को धमकी मिलने की बात कही गई थी. गृह मंत्रालय के इस फैसले के बाद सीआरपीएफ ने उप-मुख्यमंत्री समेत सभी नेताओं को सुरक्षा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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