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This Article is From Jun 14, 2025

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद डॉक्‍टर ने रोते हुए लगाई थी गुहार, अब बोले- मानसिक रूप से था परेशान

अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद डॉ. अनिल पनवाड़ का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्‍होंने रोते हुए सरकार से गुहार लगाई थी. हालांकि शनिवार को आए उनके एक वीडियो में डॉ. पनवाड़ ने कहा कि मैं परेशान था और इसके कारण मैंने ऐसा कह दिया था.

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद डॉक्‍टर ने रोते हुए लगाई थी गुहार, अब बोले- मानसिक रूप से था परेशान
अहमदाबाद:

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद जांच के लिए बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्‍टल की कुछ इमारतों को खाली करने का आदेश दिया गया था. इसके चलते यहां रहने वाले डॉक्‍टर और छात्रों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस हादसे में एक डॉक्‍टर की बेटी घायल हो गई और फिर मकान खाली करने के आदेश से उनका दर्द फूट पड़ा था. उन्‍होंने रोते हुए मीडिया के कैमरों के सामने अपनी बात रखी थी और गुहार लगाई थी. हालांकि अब उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्‍होंने कहा कि पुलिस प्रशासन और हॉस्टिपल की ओर से मेरी काफी मदद की गई है और हमें कमरा भी दिया गया था. 

एयर इंडिया का एक विमान गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान के कुछ ही क्षणों बाद मेघानीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्‍टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें कुछ मेडिकल छात्रों की भी मौत हो गई थी. डॉक्‍टर अनिल पनवाड़ ने बताया कि 13 जून को रात 9 बजे तक मकान खाली करने का आदेश‍ दिया गया था. साथ ही मीडिया से बात करते हुए वह रो पड़े थे. 

डॉ. अनिल पनवाड़ का ऐसे फूटा था दर्द 

डॉक्‍टर अनिल पनवाड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा, "इतना आसान नहीं होता है रातों रात खाली करना. हमें दो-तीन दिन की मोहलत मिलनी चाहिए. मैं आप लोगों के आगे हाथ जोड़कर के विनती करता हूं कि प्‍लीज मेरी बच्‍ची वहां पर एडमिट है, मेरी घर की मेड एडमिट है. प्‍लीज मुझे दो-तीन दिन का टाइम दो घर खाली करने के लिए. प्‍लीज, मेरा मैसेज ऊपर बताओ. मैं यहां पर हेल्‍पलेस हूं. मेरे घरवाले नहीं हैं. मैं गुजरात से नहीं हूं. मुझे माफ कर दो, मेरी कोई गलती नहीं है. मैं अपना काम कर रहा था हॉस्पिटल में. प्‍लीज यार आप सब मीडिया वाले मेरी हेल्‍प करो."  

डॉ. अनिल पनवाड़ यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने कहा, "मैं यूं ही नहीं रो रहा हूं. मैं परेशान हूं. मेरी डिमांड सिर्फ इतनी है कि हमें थोड़ा वक्‍त दिया जाए. यहां से सामान शिफ्ट करने के लिए. हमें थोड़ा वक्‍त दिया जाए. कल ही यह हादसा हुआ है. आज ही हमें यह सब खाली करने के लिए बोला गया है. हमें अल्‍टीमेटम दिया गया है. थोड़ी इंसानियत रखो प्‍लीज. मेरी बच्‍ची एडमिट है, मुझे अभी वहां पर होना चाहिए." 

मैंने बहाव में बहुत कुछ कह दिया था: पनवाड़

अपनी बेटी के अस्‍पताल में एडमिट होने और उसके बाद मकान खाली करने का दर्द इतना था कि डॉ. अनिल पनवाड़ ने मीडिया के कैमरों के सामने गुहार लगाई थी और इस दौरान रो पड़े थे. हालांकि अब उनका एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्‍होंने कहा है कि पिछले दो दिनों से मैं परेशान था और जिसके कारण मैंने बहुत कुछ कह दिया था. 

इस वीडियो में डॉ. अनिल पनवाड़ ने कहा, "पिछले दो दिन से मानसिक रूप से परेशान था और इमोशनली अनस्‍टेबल था, जिसके बहाव में मैंने कल शाम को बहुत कुछ क‍ह दिया है. जिसका मुझे मतलब भी पता नहीं था कि किस तरह से मैंने बोल दिया. ऐसा नहीं है. मुझे काफी सहायता मिली है. पुलिस प्रशासन और हॉस्पिटल की तरफ से मेरी काफी मदद की गई है, जिसके बाद मैं बहुत ही शुक्रगुजार हूं. मैं और मेरा परिवार सभी सुरक्षित हैं. हमें पहले एक कमरा दिया गया था और हमें एक और कमरा दिया गया है. जिसकी वजह से हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. मेरा यही कहना है कि सभी ने मेरी बहुत ही सहायता की है और आगे भी कर रहे हैं. मुझे खुशी है कि हम सभी सही सलामत हैं."

डॉ. अनिल पनवाड़ ने बताया कि जब यह हादसा हुआ उस वक्‍त मैं और मेरी पत्‍नी ड्यूटी पर थे. जबकि मेरी बेटी और मेड घर पर थे.  

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