विज्ञापन
This Article is From Jul 07, 2023

एएआई का एसआईटीए के साथ समझौता, 43 हवाईअड्डों पर ‘क्लाउड’ आधारित टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल

एसआईटीए के एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष सुमेश पटेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह समाधान यात्रियों को उनकी यात्रा पर अधिक नियंत्रण प्रदान करेंगे और बुनियादी ढांचे में कमी और परिचालन दक्षता में वृद्धि से हवाई अड्डों को लाभ होगा.

एएआई का एसआईटीए के साथ समझौता, 43 हवाईअड्डों पर ‘क्लाउड’ आधारित टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) और वैश्विक एयरलाइन सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा समाधान क्षेत्र में काम करने वाली एसआईटीए ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत देश के 43 हवाई अड्डों पर यात्रियों और सामान से संबंधित कार्य के लिए क्लाउड आधारित प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल किया जाएगा. सोसाइटी इंटरनेशनल डी टेलीकम्युनिकेशंस एयरोनॉटिक्स (एसआईटीए) हवाई परिवहन उद्योग के लिए वैश्विक सूचना और दूरसंचार समाधान की एक अग्रणी सेवा प्रदाता है.

अधिकारियों ने कहा कि इस सौदे से 2,700 से अधिक यात्री ‘टचप्वाइंट' में सुधार देखने को मिलेगा, जिससे यात्रियों की आधुनिक समय की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए समाधान अपनाने का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने बताया कि शुरुआत में 43 हवाई अड्डों पर तैनात प्रौद्योगिकियों को अगले सात वर्षों में अतिरिक्त 40 हवाई अड्डों तक विस्तारित जा सकता है और इस अवधि में 50 करोड़ से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद है.

एसआईटीए के एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष सुमेश पटेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह समाधान यात्रियों को उनकी यात्रा पर अधिक नियंत्रण प्रदान करेंगे और बुनियादी ढांचे में कमी और परिचालन दक्षता में वृद्धि से हवाई अड्डों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, एयरलाइन को सेवा शुल्क में कमी देखने को मिलेगी और यात्रियों का अनुभव विशेष बनाने के लिए उनके द्वारा आधुनिक प्रौद्योगिकी मंच का लाभ उठाया जा सकता है.

उन्होंने कहा, 'भारत में हवाई अड्डों की संख्या आज के 148 से बढ़कर 2025 तक 220 होने की उम्मीद है. नए हवाई अड्डे दस लाख से अधिक आबादी वाले भारत के लगभग 50 शहरों को एक साथ लाएंगे, जिससे लंबी अवधि में पर्याप्त आर्थिक मूल्य पैदा होगा. इन शहरों को बेहतर तरीके से जोड़कर हवाई यात्रा और परिवहन के माध्यम से भारत की आर्थिक वृद्धि की पूरी क्षमता का लाभ उठाने में भी मदद मिलेगी.''

जिनेवा आधारित एसआईटीए निर्बाध, सुरक्षित और टिकाऊ हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के लिए एयरलाइन, हवाई अड्डों, विमानों और सरकारों के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित समाधान प्रदान करती है. क्लाउड कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकी उपयोगकर्ताओं को उनके इंटरनेट से जुड़े उपकरणों- कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य के माध्यम से स्टोरेज, फाइल, सॉफ्टवेयर और सर्वर तक पहुंच प्रदान करती है. क्लाउड कंप्यूटिंग प्रदाता डाटा को संबंधित स्थान पर संग्रहीत और संसाधित करते हैं.

ये भी पढ़ें:-

NCP की जंग: ऐसे मामलों में चुनाव आयोग कैसे करता है फैसला? पूर्व CEC एसवाई कुरैशी ने बताया

"अजित पवार के NCP पर दावा ठोकने की जानकारी क्यों नहीं दी गई": शरद पवार का EC से सवाल

छगन भुजबल ने बताया आखिर अजित पवार ने सबसे क्यों छिपाई NCP चीफ बनने की बात

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com