अलीराजपुर, मध्य प्रदेश:
आदिवासी परंपरा के अनुसार वर पक्ष द्वारा समाज की पंचायत द्वारा तय किया गया पूरा 'वधू मूल्य' नहीं चुकाने से नाराज लड़की के पिता ने एक तेजधार हथियार से दामाद का सिर काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया।
आदिवासी परंपरा के अनुसार अगर कोई युवक अपनी पसंद लड़की के साथ भाग जाता है, तो दोनों का बाद में विवाह करा दिया जाता है, लेकिन इसके लिए वर पक्ष को दहेज की ही तरह लड़की के परिवार को 'वधू मूल्य' चुकाना पड़ता है, जो उनके समाज की पंचायत तय करती है।
पुलिस अधीक्षक अखिलेश झा ने बताया कि कठिठवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के उमरवड़ा गांव में शुक्रवार आधी रात के आसपास एक ससुर ने अपने ही दामाद की धारधार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर हत्यारे ससुर की तलाश शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में तनाव है और मृतक पक्ष के लोगों के हिंसक होने की आशंका के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कुछ महीने पहले ही उमरवड़ा गांव के नायका (40 साल) की बेटी केलीबाई (17 साल) अपने प्रेमी उसी गांव के हरसिंह (19 साल) के साथ भाग गई थी। इसके बाद स्थानीय आदिवासी परंपरा के अनुसार 'सामाजिक पंचायत' में दोनों पक्षों का समझौता हो गया था और पंचायत द्वारा ही 'वधू मूल्य' भी तय कर दिया गया था। दोनों की शादी को सभी पक्षों ने मान्यता भी दे दी थी।
वर पक्ष तय 'वधू मूल्य' का एक हिस्सा देने में देरी कर रहा था। इसी बात को लेकर नायका के पिता गोविंदा से शुक्रवार देर रात झड़प हो गई और इसी बीच समझाने की कोशिश कर रहे अपने ही दामाद हरसिंह के गले पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे हरसिंह की गर्दन ही कट गई। अपने दामाद की हत्या कर आरोपी ससुर नायका वहां से भाग निकला।
आदिवासी परंपरा के अनुसार अगर कोई युवक अपनी पसंद लड़की के साथ भाग जाता है, तो दोनों का बाद में विवाह करा दिया जाता है, लेकिन इसके लिए वर पक्ष को दहेज की ही तरह लड़की के परिवार को 'वधू मूल्य' चुकाना पड़ता है, जो उनके समाज की पंचायत तय करती है।
पुलिस अधीक्षक अखिलेश झा ने बताया कि कठिठवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के उमरवड़ा गांव में शुक्रवार आधी रात के आसपास एक ससुर ने अपने ही दामाद की धारधार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर हत्यारे ससुर की तलाश शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में तनाव है और मृतक पक्ष के लोगों के हिंसक होने की आशंका के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कुछ महीने पहले ही उमरवड़ा गांव के नायका (40 साल) की बेटी केलीबाई (17 साल) अपने प्रेमी उसी गांव के हरसिंह (19 साल) के साथ भाग गई थी। इसके बाद स्थानीय आदिवासी परंपरा के अनुसार 'सामाजिक पंचायत' में दोनों पक्षों का समझौता हो गया था और पंचायत द्वारा ही 'वधू मूल्य' भी तय कर दिया गया था। दोनों की शादी को सभी पक्षों ने मान्यता भी दे दी थी।
वर पक्ष तय 'वधू मूल्य' का एक हिस्सा देने में देरी कर रहा था। इसी बात को लेकर नायका के पिता गोविंदा से शुक्रवार देर रात झड़प हो गई और इसी बीच समझाने की कोशिश कर रहे अपने ही दामाद हरसिंह के गले पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे हरसिंह की गर्दन ही कट गई। अपने दामाद की हत्या कर आरोपी ससुर नायका वहां से भाग निकला।
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