विज्ञापन
This Article is From Aug 03, 2022

आंध्र प्रदेश की फैक्‍टरी में संदिग्‍ध गैस रिसाव के बाद 95 लोग अस्‍पताल में भर्ती

जिले में दो माह में यह ऐसी दूसरी घटना है. ऐसी ही घटना 3 जून को हुई थी, जब तक 300 से अधिक महिलाओं को आंखों में जलन, घबराहट और उल्टी आने की शिकायत हुई थी.

आंध्र प्रदेश की फैक्‍टरी में संदिग्‍ध गैस रिसाव के बाद 95 लोग अस्‍पताल में भर्ती
गैस रिसाव के कारण वर्कर्स के बीमार होने के बाद उन्‍हें अस्‍पताल पहुंचाया गया था
विशाखापट्टनम:

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के नजदीक अच्‍युतपुरम में  ब्रैंडिक्स स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन की एक परिधान निर्माण इकाई के कई वर्कर्स, कल संदिग्‍ध गैस रिसाव के कारण बीमार हो गए थे. इन वर्कर्स की हालत अब स्थिर है और इनका विभिन्‍न अस्‍पतालों में इलाज चल रहा है. राज्‍य सरकार ने इस घटना के बारे में अब तक बयान जारी नहीं किया है. इस बीच, विपक्षी पार्टियों ने ऐसे हादसों को रोकने में कथित नाकामी को लेकर राज्‍य सरकार पर निशाना साधा है. ताजा जानकारी के अनुसार , करीब 95 वर्कर्स मंगलवार रात मैन्‍युफेक्‍चरिंग यूनिट में गैस भरने के बाद बीमार हो गए थे, इन्‍होंने जी घबराने और  उल्‍टी की शिकायत की थी. इनका अंकापल्‍ली, अच्‍युतपुरम और विशाखापट्टनम के अस्‍पताल में इलाज चल रहा है.  

राज्‍य के उद्योग मंत्री जी. अमरनाथ, जिनके अंकापल्‍ली निर्वाचन क्षेत्र में ही ब्रैंडिक्स स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन आता है, ने स्‍पष्‍टीकरण के लिए किए गए कॉल का जवाब नहीं दिया. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मंत्री ने जिला कलेक्‍टर पी रवि सुभाष को घटना की विस्‍तृत जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है. कलेक्‍टर ने कुछ अस्‍पतालों का भी दौरा किया और गैस लीक के कारण भर्ती वर्कर्स से उनके स्‍वास्‍थ्‍य और मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.  

जिले में दो माह में यह ऐसी दूसरी घटना है. ऐसी ही घटना 3 जून को हुई थी, जब तक 300 से अधिक महिलाओं को आंखों में जलन, घबराहट और उल्टी आने की शिकायत हुई थी. अधिकारियों ने  क्षेत्र के पारुस लेबोरेट्रीज यूनिट में अमोनिया गैस का रिसाव की आशंका जताई थी. इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ कैमिकल टेक्‍नोलॉजी के विशेषज्ञों की टीम ने लैंब का दौरा किया था और रिसाव का पता लगाने के लिए टेस्‍ट किए थे. राज्‍य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लैब को बंद करने के आदेश जारी किए थे.  इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ कैमिकल टेक्‍नोलॉजी के विशेषज्ञों की टीम ने 3 जून के गैस रिसाव पर अपनी रिपोर्ट भी दाखिल की थी लेकिन राज्‍य सरकार ने इसे सार्वजनिक नहीं किया है. यहीं नहीं, अंकापल्‍ली डिस्ट्रिक्‍ट ज्‍वांइट कलेक्‍टर की अगुवाई वाली आधिकारिक कमेटी की रिपोर्ट का भी खुलासा नहीं किया है. सीड्स इंटिमेट अपेरल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Seeds Intimate Apparel India Private Ltd) जहां यह घटना हुई, ने एक बयान में कहा है कि मंगलवार रात की इस घटना से प्रभावित लोगों की हालत स्थिर है.  

* 'शुरुआत सांसदों को मिलने वाली सुविधाओं से हो' : 'मुफ्तखोरी' को खत्म करने वाले प्रस्ताव पर वरुण गांधी
* "पीछे नहीं हटेंगे..." : चीन की धमकियों के बीच बोलीं ताइवान की राष्ट्रपति'
* पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री की फटकार के बाद पूर्व CM चन्नी की भाभी ने नौकरी से दिया इस्तीफा

"मजबूत निर्णय भी कभी-कभी गलत साबित हो सकते हैं": अर्थव्यवस्था पर बोले रघुराम राजन

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com