
- PM मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर मार्कोस जूनियर ने रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने की घोषणा की है.
- भारत और फिलीपींस के बीच 9 समझौते हुए हैं, जिनमें रक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कानूनी सहायता शामिल हैं.
- पीएम मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और नियम आधारित व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की है
पीएम मोदी और फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर मार्कोस जूनियर के बीच मंगलवार, 5 अगस्त को हुई बातचीत के बाद भारत, फिलीपींस ने रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है. दोनों देशों के बीच 9 समझौते हुए हैं. फिलीपींस के राष्ट्रपति आर. मार्कोस जूनियर पांच दिवसीय यात्रा पर भारत आए हुए हैं. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वि-पक्षीय बैठक के बाद कहा कि आज मैंने और राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने आपसी सहयोग, क्षेत्रीय मुद्दों और अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों पर विस्तार से बात की. यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हमने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का निर्णय लिया है. इस पार्टनरशिप के पोटेंशियल को परिणामों में परिवर्तित करने के लिए एक व्यापक एक्शन प्लान भी बनाया गया है.
दोनों देशों के बीच इन 9 समझौते पर हुए हस्ताक्षर
- भारत और फिलीपींस के बीच रणनीतिक साझेदारी की स्थापना पर घोषणा, भारत और फिलीपींस के बीच रणनीतिक साझेदारी के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना (एक्शन प्लान).
- एयर स्टाफ वार्ता पर भारतीय वायु सेना और फिलीपीन वायु सेना के बीच संदर्भ की शर्तें (Terms of Reference), सेना-से-सेना स्टाफ वार्ता पर भारतीय सेना और फिलीपीन सेना के बीच संदर्भ की शर्तें, नौसेना-से-नौसेना स्टाफ वार्ता पर भारतीय नौसेना और फिलीपीन नौसेना के बीच संदर्भ की शर्तें.
- भारत सरकार और फिलीपींस सरकार के बीच आपराधिक मामले में पारस्परिक कानूनी सहायता पर संधि. भारत सरकार और फिलीपींस सरकार के बीच (एक साथ) सजायाफ्ता व्यक्तियों के स्थानांतरण पर संधि.
- भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और फिलीपींस के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के बीच 2025-2028 की अवधि के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग कार्यक्रम.
- फिलीपींस सरकार के पर्यटन विभाग और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के बीच पर्यटन सहयोग पर कार्यान्वयन कार्यक्रम (2025-2028).
- डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग पर भारत सरकार और फिलीपींस सरकार के बीच समझौता ज्ञापन.
- बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग पर सहयोग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भारत गणराज्य और फिलीपीन अंतरिक्ष एजेंसी, फिलीपींस के बीच आशय का वक्तव्य (Statement of Intent).
- भारतीय तट रक्षक और फिलीपीन तट रक्षक के बीच उन्नत समुद्री सहयोग के लिए संदर्भ की शर्तें (Terms of Reference)
- भारत सरकार और फिलीपींस सरकार के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम.
बैठक के बाद पीएम मोदी ने क्या कहा?
"हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी और “महासागर” विजन में फिलीपींस अहम साझेदार है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, समृद्धि और रूल बेस्ड ऑर्डर के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. हम अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप फ्रीडम ऑफ नेविगेशन का समर्थन करते हैं."
"भारत और फिलीपींस अपनी च्वाइस से मित्र हैं और किस्मत से पार्टनर. हिंद महासागर से लेकर प्रशांत महासागर तक, हम साझा मूल्यों से एकजुट हैं. हमारी दोस्ती सिर्फ अतीत की दोस्ती नहीं है, यह भविष्य का वादा है."
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने किया स्वागत
पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस में फिलीपींस के राष्ट्रपति का स्वागत किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने स्वागत की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट की. उन्होंने लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में फिलीपींस के राष्ट्रपति आर. मार्कोस का गर्मजोशी से स्वागत किया. इंडिया और फिलीपींस के साथ हमारे संबंध सभ्यतागत और ऐतिहासिक हैं."
उन्होंने आगामी दिनों में फिलीपींस के साथ होने वाली चर्चाओं का भी जिक्र किया और कहा कि हमारी स्थायी मित्रता और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से चर्चाएं व्यापक होंगी.
इससे पहले फिलीपींस के राष्ट्रपति का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "फिलीपींस के राष्ट्रपति आर. मार्कोस का भारत की पहली राजकीय यात्रा पर गार्ड ऑफ ऑनर और औपचारिक स्वागत किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में गर्मजोशी से स्वागत किया."
इस दौरान आर. मार्कोस ने कहा कि यह राजकीय यात्रा भारत और फिलीपींस के बीच बढ़ती साझेदारी की पुष्टि करती है. पत्रकारों से बात करते हुए, मार्कोस ने कहा, "यह यात्रा उस गठबंधन और साझेदारी की दोबारा पुष्टि है जिसे हम मजबूत कर रहे हैं. पहले हमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र कहा जाता था, अब हमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र कहा जाता है, जो राजनीति, व्यापार और अर्थव्यवस्था की वैश्विक प्रकृति के कारण उस समझ का सही विकास है."
उन्होंने आगे कहा, "हम यहां (भारत और फिलीपींस) जो पहले से मौजूद है, उसे और बेहतर बनाने के लिए और निश्चित रूप से उन अनेक अवसरों का लाभ उठाने के लिए आए हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में नई तकनीकों और वैश्विक अर्थव्यवस्था तथा हमारे आसपास की भू-राजनीति में बदलती स्थिति के कारण उत्पन्न हुए हैं." उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर फिलीपींस के राष्ट्रपति सोमवार को भारत की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे हैं.
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