नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने अधिकारियों से तिहाड़ जेल के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बारे में कुछ तीखे सवाल पूछे जाने के एक दिन बाद आज दिल्ली में 80 जेल अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. कथित तौर पर गिरोह के सदस्यों द्वारा 2 मई को उसकी हत्या कर दी गई थी.
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड को अधिकारियों ने गंभीरता से लिया था और जेल में प्रशासनिक स्तर पर बदलाव की आवश्यकता भी महसूस की. अदालत ने जेल अधिकारियों से नृशंस हमले का जवाब देने में देरी के बारे में सवाल किया. सोशल मीडिया पर वायरल एक सीसीटीवी वीडियो में कथित तौर पर ताजपुरिया पर सुरक्षाकर्मियों के सामने हमला करते हुए और उसे चाकू मारने के बाद ले जाते समय भी दिखाया गया है. ताजपुरिया को ले जाते समय बार-बार छुरा घोंपा गया, तब वहां मौके पर मौजूद कर्मियों ने कुछ नहीं किया.
उच्च न्यायालय ने यह भी पूछा कि जेल परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों के पास वॉकी टॉकी क्यों नहीं है और इसे अस्वीकार्य बताया. कोर्ट ने कहा कि सीसीटीवी में जो दिख रहा है, वो परेशान करने वाला है. पुलिस इतना समय कैसे ले सकती है कि जब घटना हो रही हो तो उसे रोका नहीं जा सकता है.
दरअसल, 2 मई को दिल्ली के तिहाड़ जेल नंबर 8-9 में सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की नृशंस हत्या कर दी गई थी. इस वारदात का CCTV फुटेज भी सामने आया था. जिसमें पुलिस के सामने आरोपी टिल्लू ताजपुरिया के शव पर हमला करते दिख रहे हैं. वे उस पर वार कर रहे हैं, उसे पैरों से कुचल रहे हैं और सामने पुलिस कर्मी तमाशबीन बने हुए देख रहे हैं.
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