सर्जिकल स्ट्राइक से पहले गृह मंत्रालय के आकड़ों के मुताबिक़, एलओसी के पार 36 आतंकी कैंप थे. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास पिछले चार महीनों में 55 आतंकी शिविर बन गए हैं और यहां से लगातार पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकी भेज रहा है. ये आंकलन केंद्रीय गृह मंत्रालय का है.
यही नहीं, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपों में भी इज़ाफ़ा हुआ है. पिछले चार महीनों में क़रीब 20 कैंप बनाए गए हैं. यानी अब सीमा के उस पार 55 कैंप सक्रिय हैं.
जब भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, तब दावा किया गया था कि भारतीय सेना के जवानों ने आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स तबाह कर दिए हैं, लेकिन ताज़ा इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक़, जो टूटे हुए कैंप थे, उन्हें ठीक करवा लिया गया है. कुछ नए कैंप भी बन गए हैं. सर्जिकल स्ट्राइक से पहले मंत्रालय के आकड़ों के मुताबिक़, एलओसी के पार 36 कैंप थे.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा, "ये सभी कैंप ऐक्टिव हैं और यहां से घाटी की तरफ से और जम्मू की नियंत्रण रेखा से आतंकी भारत लगातार भेजे जा रहे हैं".
उनके मुताबिक़, 2017 के पहले चार महीनो में इसी वजह से घुसपैठ में भी इज़ाफ़ा हुआ है. 30 अप्रैल तक 60 आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसमें से 15 कामयाब रहे है. बाकी मारे गए या वापस चले गए. इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक़, फ़िलहाल घाटी में 160 आतंकी सक्रिय हैं, जो चैटर कैच हो रहा है, उसके मुताबिक़ पाकिस्तान में बैठे इन आतंकियों के हैंडलर लगातार इन्हें निर्देश दे रहे हैं कि घाटी में वारदातें करते रहें और एलओसी को ऐक्टिव रखें. कृष्णाघाटी और उससे पहले सेना के शिविर पर हुआ हमला उसी का हिस्सा थे. ये भी सामने आया है कि राज्य की राजधानी 8 मई को श्रीनगर में शिफ़्ट हो रही है, इसीलिए अपने आतंकियों को भी वो उकसा कर रहे हैं.
यही नहीं, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपों में भी इज़ाफ़ा हुआ है. पिछले चार महीनों में क़रीब 20 कैंप बनाए गए हैं. यानी अब सीमा के उस पार 55 कैंप सक्रिय हैं.
जब भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, तब दावा किया गया था कि भारतीय सेना के जवानों ने आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स तबाह कर दिए हैं, लेकिन ताज़ा इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक़, जो टूटे हुए कैंप थे, उन्हें ठीक करवा लिया गया है. कुछ नए कैंप भी बन गए हैं. सर्जिकल स्ट्राइक से पहले मंत्रालय के आकड़ों के मुताबिक़, एलओसी के पार 36 कैंप थे.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा, "ये सभी कैंप ऐक्टिव हैं और यहां से घाटी की तरफ से और जम्मू की नियंत्रण रेखा से आतंकी भारत लगातार भेजे जा रहे हैं".
उनके मुताबिक़, 2017 के पहले चार महीनो में इसी वजह से घुसपैठ में भी इज़ाफ़ा हुआ है. 30 अप्रैल तक 60 आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसमें से 15 कामयाब रहे है. बाकी मारे गए या वापस चले गए. इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक़, फ़िलहाल घाटी में 160 आतंकी सक्रिय हैं, जो चैटर कैच हो रहा है, उसके मुताबिक़ पाकिस्तान में बैठे इन आतंकियों के हैंडलर लगातार इन्हें निर्देश दे रहे हैं कि घाटी में वारदातें करते रहें और एलओसी को ऐक्टिव रखें. कृष्णाघाटी और उससे पहले सेना के शिविर पर हुआ हमला उसी का हिस्सा थे. ये भी सामने आया है कि राज्य की राजधानी 8 मई को श्रीनगर में शिफ़्ट हो रही है, इसीलिए अपने आतंकियों को भी वो उकसा कर रहे हैं.
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