विज्ञापन
This Article is From May 26, 2024

दिल्ली के बेबी केयर सेंटर का 2021 वाला कांडः तब नवजात को पीटती पकड़ी गई थी नर्स

2021 में यह बेबी केयर सेंटर अपने एक कांड के कारण सुर्खियों में रहा था. इस अस्पताल पर FIR भी एफआईआर दर्ज हुई थी. तब डॉक्टर नवीन के सेंटर पर नवजात की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर केस दर्ज किय गया था.

बेबी केयर सेंटर के मालिक नवीन किची के खिलाफ कार्रवाई कर रही है पुलिस.

नई दिल्ली:

विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर (Baby Care Centre) में शनिवार रात लगी भीषण आग के कारण 7 मासूमों की सांसें थम गईं लेकिन यह पहली बार नहीं है जब यह बेबी केयर सेंटर चर्चाओं में आया है. इससे पहले भी 2021 में यह बेबी केयर सेंटर अपने एक कांड के कारण सुर्खियों में रहा था. इस अस्पताल पर FIR भी एफआईआर दर्ज हुई थी. तब डॉक्टर नवीन के सेंटर पर नवजात की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर केस दर्ज किय गया था. वीडियो में एक नर्स बच्चे की पिटाई करते हुए पकड़ी गई थी.

जानकारी के मुताबिक 2021 में इस बेबी सेंटर में एक नर्स ने 2 महीने के शिशु के साथ मारपीट की थी, जिससे उसे काफी चोट आई थी. शिशु के पिता द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. शाहदरा के पुलिस उपायुक्त आर साथियासुंदरम ने बताया था कि गिरफ्तार नर्स की पहचान सोमैया (24) के रूप में हुई है.

पुलिस ने बताया था कि, "संदेह है कि घटना वाली रात वह नशे में थी." आरोप के मुताबिक नर्स काम के दौरान अक्सर नशे में रहती थी. उत्तर प्रदेश के हाथरस निवासी शिकायतकर्ता सबीब (28) के अनुसार, उनकी पत्नी ने मई में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था और उनके एक बेटे को बीमार पड़ने पर 18 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी के विवेक विहार के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सबीब ने बताया था कि 24 जुलाई 2021 को उसे अस्पताल से फोन आया था जिसमें उसके बेटे को चोट लगने की जानकारी दी गई थी. 

जब सबीब ने चोटों के बारे में पूछा तो डॉक्टर ने कथित तौर पर उसे धमकी दी. उन्होंने कहा कि वह यह देखकर दंग रह गए कि उनके बेटे के हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसका चेहरा सूज गया है. साथ ही, सबीब ने बताया था कि जिस कमरे में उनका बेटा भर्ती था, वहां के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि 24 जुलाई की सुबह करीब 4 बजे एक नर्स उनके बेटे पीट रही थी. सबीब ने 27 जुलाई को पुलिस से संपर्क किया और पूछताछ के बाद, शहादरा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 325 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाने के लिए सजा), 506 (आपराधिक धमकी) और 34 (सामान्य इरादा) और जेजे की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद नर्स को गिरफ्तार कर लिया गया था. 

बिजली के खंबे से फैली आग

आग लगने की शुरुआती वजह बिजली का पोल बताया जा रहा है. बिजली के पोल में अचानक से आग लग गई. पोल के नीचे गाड़ियां खड़ी थी और वो भी आग की चपेट में आ गई. इसके बाद ऑक्सिजन सिलेंडरों ने आग पकड़ ली. आग फैलती गई और 4-5 ब्लास्ट हुए. आग के कारण ऑक्सिजन सिलिंडर 50 मीटर तक दूर जाकर गिरे. साथ वाले घरों में भी आग लग गई. 

अस्पताल के मालिक के खिलाफ पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

पुलिस ने इस मामले में पश्चिम विहार के भैरों एंक्लेव निवासी अस्पताल मालिक नवीन किची के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि यह बिल्डिंग तीन मंजिला थी. पहली मंजिल पर बच्चे थे और दूसरी पर स्टोर था. इस इमारत में कई ऑक्सिजन सिलेंडर रखे हुए थे. आग लगने के बाद इनमें धमाके हुए. जिससे आग और तेजी से फैल गई.

यह भी पढ़ें :

बिजली का पोल क्यों जला? दिल्ली में 7 मासूमों की मौत का असली दोषी कौन?    

'वे बोल नहीं सकते थे...' 7 मासूमों को बचानें में क्यों हुई देर, बचावकर्मियों ने NDTV को बताई दर्दनाक बेबसी

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com