ऑनलाइन फूड डिलेवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए अपने 541 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसमें कंपनी ने अपने सभी सेक्शन से लोगों की बड़े पैमाने पर छंटनी की है. इसमें ग्राहक, व्यापारी और डिलेवरी सपोर्ट टीमें शामिल हैं. कंपनी के इस फैसले का असर जोमैटो में काम करने वाले 10 फीसदी कर्मचारियों पर पड़ा है.
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जोमैटो ने इस कदम के पीछे तकनीकी बदलावों को वजह बताया है. कंपनी के बयान के अनुसार वह ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल कर रही है जोकि ग्राहकों की शिकायतों के निपटारे, पूछताछ समेत तमाम कार्यों में मददगार साबित हो रहा है.
जोमैटों ने कहा कि हमारे लिए यह फैसला काफी कष्टदायक रहा. हमने कर्मचारियों को दो से चार महीने का वेतन (उनकी कार्यअवधि के अनुसार), 2020 तक के लिए उनके परिवार का बीमा जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई हैं. कंपनी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हमने पाया कि तकनीकी बदलाव के साथ तैयार किए गए प्लेटफॉर्म की मदद से हमारी सेवाएं बेहतर हुई हैं. साथ ही ऑर्डर संबंधी शिकायतों में भी कमी आई है.
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