बेंगलुरु:
सीबीआई की एक अदालत ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके परिवार के सदस्यों के अग्रिम जमानत आग्रह पर सुनवाई 25 मई तक स्थगित कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ कथित अवैध खनन में जांच शुरू की है।
बुधवार को अपने और अपने परिवार के सदस्यों के आवासों पर छापे पड़ने के चंद घंटे के भीतर येदियुरप्पा, उनके दोनों बेटों, बीवाई राघवेंद्र (सांसद) और बीवाई विजयेंद्र तथा दामाद आरएन सोहन ने आवेदन दायर कर दिए। सुनवाई स्थगित करते हुए न्यायाधीश शिवालिंगे गौड़ा ने उनसे नियमित अदालत में जाने को कहा। वर्तमान में अदालतें ग्रीष्मकालीन अवकाश पर हैं।
सुप्रीम कोर्ट न्यायालय ने अवैध खनन के मामले में आरोपियों की कथित भूमिका का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने दो खनन कंपनियों पर भी छापे मारे थे जिन पर आरोप है कि उन्होंने येदियुरप्पा के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में अनुचित लाभ पहुंचाए जाने के बदले येदियुरप्पा के परिवार द्वारा संचालित एक ट्रस्ट को दान में बड़ी राशि दी थी। बेंगलुरु और हैदराबाद की संयुक्त टीमों ने 11 स्थानों पर छापे मारे थे।
बुधवार को अपने और अपने परिवार के सदस्यों के आवासों पर छापे पड़ने के चंद घंटे के भीतर येदियुरप्पा, उनके दोनों बेटों, बीवाई राघवेंद्र (सांसद) और बीवाई विजयेंद्र तथा दामाद आरएन सोहन ने आवेदन दायर कर दिए। सुनवाई स्थगित करते हुए न्यायाधीश शिवालिंगे गौड़ा ने उनसे नियमित अदालत में जाने को कहा। वर्तमान में अदालतें ग्रीष्मकालीन अवकाश पर हैं।
सुप्रीम कोर्ट न्यायालय ने अवैध खनन के मामले में आरोपियों की कथित भूमिका का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने दो खनन कंपनियों पर भी छापे मारे थे जिन पर आरोप है कि उन्होंने येदियुरप्पा के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में अनुचित लाभ पहुंचाए जाने के बदले येदियुरप्पा के परिवार द्वारा संचालित एक ट्रस्ट को दान में बड़ी राशि दी थी। बेंगलुरु और हैदराबाद की संयुक्त टीमों ने 11 स्थानों पर छापे मारे थे।
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