अमिताभ बच्चन (फाइल फोटो)
भोपाल:
मध्य प्रदेश की राजधानी में चल रहे 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन के समापन समारोह में फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन (बिग बी) को बुलाए जाने को लेकर उठ रहे सवालों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हिंदी को आमजन की भाषा बनाने का जो अभियान चल रहा है, उससे अगर अमिताभ जुड़ जाएंगे तो यह काम आसान हो जाएगा।
सम्मेलन के समापन समारोह में अमिताभ को बुलाए जाने के औचित्य पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। शुक्रवार को जब यह सवाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप से पूछा गया तो उनका कहना था कि मध्य एशिया में हिंदी गाने चल रहे हैं तो वह बॉलीवुड के प्रभाव की वजह से चल रहे हैं। अमिताभ 70 के दशक से बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय नायक रहे हैं, और आज भी उन्हें बहुत प्रेरणादायक व्यक्तित्व के तौर पर देखा जाता है, अगर वह आएंगे तो इससे हिंदी को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, "न तो हम और न ही बच्चन यह कहेंगे कि वे हिंदी के बहुत बड़े ज्ञाता हैं, मगर जो रोजमर्रा की भाषा है, हिंदुस्तानी भाषा है, जो हम चाहते हैं वह सरल भाषा हो, जो हर कोई अपना सके, जो हर कोई प्रयोग कर सके, जिसकी वजह से हिंदी और सार्थक व समृद्ध हो सकेगी, व्यापक बन सकेगी, इससे अगर अमिताभ बच्चन जुड़ जाएंगे तो यह काम आसान हो जाएगा।"
इस मौके पर उपस्थित विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव मृदुल कुमार ने बताया कि अमिताभ बच्चन का 'कौन बनेगा करोड़पति' कार्यक्रम हिंदी में आता है और उसका लाभ युवा वर्ग व अन्य लोगों को मिला है। इसलिए यह जरूरी था कि एक ऐसा रोलमॉडल चुना जाए, जिसने आज की जिंदगी में हिंदी को लोकप्रिय बनाने में योगदान दिया है।
सम्मेलन के समापन समारोह में अमिताभ को बुलाए जाने के औचित्य पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। शुक्रवार को जब यह सवाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप से पूछा गया तो उनका कहना था कि मध्य एशिया में हिंदी गाने चल रहे हैं तो वह बॉलीवुड के प्रभाव की वजह से चल रहे हैं। अमिताभ 70 के दशक से बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय नायक रहे हैं, और आज भी उन्हें बहुत प्रेरणादायक व्यक्तित्व के तौर पर देखा जाता है, अगर वह आएंगे तो इससे हिंदी को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, "न तो हम और न ही बच्चन यह कहेंगे कि वे हिंदी के बहुत बड़े ज्ञाता हैं, मगर जो रोजमर्रा की भाषा है, हिंदुस्तानी भाषा है, जो हम चाहते हैं वह सरल भाषा हो, जो हर कोई अपना सके, जो हर कोई प्रयोग कर सके, जिसकी वजह से हिंदी और सार्थक व समृद्ध हो सकेगी, व्यापक बन सकेगी, इससे अगर अमिताभ बच्चन जुड़ जाएंगे तो यह काम आसान हो जाएगा।"
इस मौके पर उपस्थित विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव मृदुल कुमार ने बताया कि अमिताभ बच्चन का 'कौन बनेगा करोड़पति' कार्यक्रम हिंदी में आता है और उसका लाभ युवा वर्ग व अन्य लोगों को मिला है। इसलिए यह जरूरी था कि एक ऐसा रोलमॉडल चुना जाए, जिसने आज की जिंदगी में हिंदी को लोकप्रिय बनाने में योगदान दिया है।
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