यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी.
खास बातें
- अयोध्या में राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में है
- जमीन को लेकर विवाद चल रहा है
- बीजेपी के नेताओं का अकसर बयान आता रहता है.
नई दिल्ली: अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद सुप्रीम कोर्ट में सुना जा रहा है. सभी को फैसले का इंतजार और कई संगठन से लेकर राजनीतिक लोग इसके समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के नेताओं की ओर से अकसर इस मुद्दे पर विवादित बयान आते रहे हैं. लेकिन बयान अगर सरकार के मंत्री की ओर से आए तो मामला गंभीर हो जाता है.
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा है कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या न्यूयॉर्क में बनेगा, जहां भगवान राम पैदा हुए वहां मंदिर होना ही चाहिए. ये हर व्यक्ति भारतवर्ष में मानता है.
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बता दें कि ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सभी पक्षों में आपसी सहमति बनाकर सुलझा लिया जाएगा और मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा.
इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही थी.
मंत्री ने बताया था, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’
उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’