पिछले आठ दिन से उपवास पर बैठे अन्ना हजारे ने मंगलवार को राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित कराने में मदद करने के लिए विभिन्न दलों को धन्यवाद दिया और लोकसभा के सदस्यों से आज वहां भी इस विधेयक को पारित कराने की अपील की जिसके बाद वह अपना उपवास खत्म कर लेंगे।
कमजोर पर उत्साह से लबरेज दिख रहे हजारे ने ऊपरी सदन में यह विधेयक पारित होने पर तिरंगा लहराकर और 'भारत माता की जय' के नारे लगाकर अपनी खुशी प्रकट की।
राज्यसभा में विधेयक पारित होने के बाद हजारे ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'यह एक क्रांतिकारी कदम है। पिछले 40 साल में विधेयक आठ बार पेश किया गया, लेकिन कभी पारित नहीं हुआ।' वह पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह, पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के साथ टीवी पर राज्यसभा की कार्यवाही देख रहे थे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले 76 वर्षीय शख्स ने कहा, 'मैं सभी दलों को, उस हर (दल) को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने राज्यसभा में इस विधेयक का समर्थन किया, समाजवादी पार्टी उसका अपवाद रही है। मैं लोकसभा सदस्यों से भी कल इस विधेयक को पारित करने की अपील करता हूं। यह विधेयक केवल अन्ना की मांग नहीं है बल्कि देश यही चाहता है।'
हजारे ने कहा, 'हमारे नेता यह अहसास करने लगे हैं कि जनता भ्रष्टाचार के खिलाफ कानून चाहती है। मैं यह नहीं कहता कि इससे शत प्रतिशत भ्रष्टाचार का नष्ट हो जाएगा, लेकिन इससे निश्चित तौर पर इसमें 40-50 फीसदी कमी आएगी।'
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि कल लोकसभा इस विधेयक को पारित कर देगी और उसके बाद वह अपना उपवास तोड़ देंगे।
जब राज्यसभा इस बहुचर्चित विधेयक पर मतदान के लिए तैयार हुई तब उपवास स्थल पर खुशी की लहर दौड़ गई। हजारे ने तिरंगा लहराया ओैर उनके समर्थकों ने लोकप्रिय हिंदी गाना 'दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए' चलाया।
हजारे ने कहा, 'देश की जनता की ओर से मैं प्रार्थना करता हूं कि यह विधेयक पारित हो ताकि देश को एक अच्छा भ्रष्टाचार निरोधक कानून मिले।'
हाल के घटनाक्रम, जिसमें हजारे, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच संवाद शामिल है, पर किरण बेदी ने कहा, 'इस देश पर अन्ना का जो नैतिक प्राधिकार है, उसे कांग्रेस, भाजपा और अन्य दल उसे स्वीकार करने लगे हैं।'
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