
बीजेपी नेता और कोटा से सांसद ओम बिरला (OM Birla) लोकसभा स्पीकर बनाए गए हैं. बीजेपी नेता ओम बिरला (Om Birla) ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कोटा में कांग्रेस उम्मीदवार रामनारायण मीणा को हराया था. उन्होंने रामनारायण मीणा को 2.5 लाख से भी ज्यादा वोटों शिकस्त दी थी. ओम बिरला का जन्म 4 दिसंबर 1962 को कोटो में हुआ था. ओम बिरला वर्तमान में कोटा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 17वीं लोकसभा के सांसद हैं. बिरला (BJP MP Om Birla) कोटा से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं. वह 2003, 2008 और 2013 में 12वीं, 13वीं एवं 14वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं. आइये जानते हैं बीजेपी सांसद ओम बिरला से जुड़ी 10 बातें..
ओम बिरला (OM Birla) से जुड़ी 10 बातें
1. ओम बिरला के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1978 में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुमानपुरा, कोटा से हुई. बिरला यहां छात्रसंघ अध्यक्ष थे.
2. छात्र राजनीति के बाद ओम बिरला भारतीय जनता युवा मोर्चा, कोटा के जिलाध्यक्ष बनाए गए. इतना ही नहीं उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा, राजस्थान का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था. उन्होंने लगातार 6 साल तक प्रदेशाध्यक्ष के पद पर कार्य किया था.
3. ओम बिरला (BJP Leader Om Birla) अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं.
4. ओम बिरला कोटा विधानसभा से 3 बार विधायक चुने गए थे.
5. अपने राजनीतिर सफर के दौरान वह नेशनल कोल इंडिया लिमिटेड, नई दिल्ली और नेहरू युवा केन्द्र, नई दिल्ली के डायरेक्टर रह चुके हैं.
6. वह राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ, नई दिल्ली के वाइस चेयरमेन रह चुके हैं.
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7. ओम बिरला (Om Birla) 2003 से 2008 तक वसुंधरा राजे की सरकार में संसदीय सचिव थे. संसदीय सचिव रहते हुए गरीब, असहाय, गम्भीर रोगियों इत्यादि को राज्य सरकार से 50 लाख रुपये के लगभग आर्थिक सहायता दिलवाई थी. जिसके लिए उन्हें काफी सराहना भी मिली थी.
8. साथ ही उन्होंने निर्धन, असहाय एवं जरूरतमन्द व्यक्तियों को निःशुल्क भोजन कराने हेतु सामुहिक प्रयासों से ''प्रसादम'' प्रकल्प की स्थापना की. जन सहयोग से संचालित प्रकल्प के माध्यम से जरूरतमन्द व्यक्तियों की सेवा का उनका यह अभियान लगातार जारी है.
9. कोटा में बाढ़ पीड़ितों के बीच में रहकर राहत दल का नेतृत्व करते हुए पीड़ितों को बचाने, उन्हें आवासीय, चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने में उनका खास योगदान था.
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10. ओम बिरला ने महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी, अजमेर से एमकॉम कर रखा है. उनके पिता का नाम श्रीकृष्ण बिरला है. ओम बिरला की पत्नी अमिता बिरला कोटा के एक सरकारी अस्पताल में गायनोकॉलोजिस्ट हैं.
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