दुनिया में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोनावायरस (COVID-19) के मामले बढ़कर 15 लाख के पार पहुंच गए हैं, वहीं अब तक 34 हजार से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस के शिकार बन चुके हैं. इधर दुनिया भर में वैक्सीन को लेकर कई कंपनी काम कर रही है. दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन परीक्षणों के तीसरे चरण में प्रवेश करने के बाद, WHO के मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने NDTV के साथ बात करते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर 2021 की पहली छमाही तक कोरोना वैक्सीन आने की संभावना है.
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कुछ कंपनियों ने अब तक फेज 2 का ट्रायल पूरा कर लिया है. अब वो अगले फेज की तैयारी में हैं. फेज 3 ट्रायल भी क्लिनिकल ट्रायल भी कहा जाता है जिसकी शुरुआत हो गयी है. यह काफी महत्वपूर्ण पड़ाव है बिना इसके परिणाम को देखे कुछ भी कहना कठिन होगा. लेकिन हमें आशा है कि ये सफल रहेगा.साथ ही उन्होंने कोविड वायरस में जेनेटिक म्यूटेशन की संभावना और इसके वैक्सीन पर पड़ने वाले प्रभाव से भी इनकार नहीं किया.उन्होंने कहा कि हर वायरस में म्यूटेशन की प्रक्रिया होती रहती है.
रैपिड एंटीजन टेस्ट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हलांकि इसमें कई जगह पर गलत परिणाम भी सामने आए हैं लेकिन कई देशों ने इसे अजमाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक दुनिया में संक्रमितों की संख्या देखने को मिल रही है उनकी संख्या वास्तव में कहीं काफी अधिक है. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि सरकार को मुंबई और दिल्ली में अधिक से अधिक टेस्ट करनी चाहिए आरटी पीसीआर टेस्ट एक बेहतर परिणाम देता है.
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