साइरस मिस्त्री का फाइल फोटो...
नई दिल्ली:
पूर्व रक्षा सचिव विजय सिंह ने टाटा समूह के अध्यक्ष पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री के इस आरोप का जोरदार खंडन किया कि 3,600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में उनकी भूमिका थी. सिंह ने कहा कि उनके सेवानिवृत्त हो जाने के बाद मंत्रिमंडल ने इस सौदे को मंजूरी दी थी.
उन्होंने ई-मेल से जारी अपने एक बयान में कहा, 'मैं 2007-2009 के दौरान रक्षा सचिव था और जिस वर्तमान मामले को सीबीआई खंगाल रही है, वह 2004-2005 का है. अगस्ता वेस्टलैंड खरीद को मंत्रिमंडल ने मेरी सेवानिवृत्ति के बाद मंजूरी दी थी'.
मिस्त्री ने पहले आरोप लगाया था, 'बतौर रक्षा सचिव सिंह 2010 में अगस्तावेस्टलैंड को 3600 करोड़ रुपये वीवीआईपी का हेलीकॉप्टर अनुबंध देने में शामिल अहम अधिकारी थे'. टाटा संस बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक सिंह ने कहा, 'इस मामले से मुझे जोड़ना मानहानिकारक एवं दुर्भावनापूर्ण है'.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने ई-मेल से जारी अपने एक बयान में कहा, 'मैं 2007-2009 के दौरान रक्षा सचिव था और जिस वर्तमान मामले को सीबीआई खंगाल रही है, वह 2004-2005 का है. अगस्ता वेस्टलैंड खरीद को मंत्रिमंडल ने मेरी सेवानिवृत्ति के बाद मंजूरी दी थी'.
मिस्त्री ने पहले आरोप लगाया था, 'बतौर रक्षा सचिव सिंह 2010 में अगस्तावेस्टलैंड को 3600 करोड़ रुपये वीवीआईपी का हेलीकॉप्टर अनुबंध देने में शामिल अहम अधिकारी थे'. टाटा संस बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक सिंह ने कहा, 'इस मामले से मुझे जोड़ना मानहानिकारक एवं दुर्भावनापूर्ण है'.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं