सपा विधायक और जूनियर डॉक्टरों के बीच संघर्ष के बाद पिछले छह दिन से चली आ रही डॉक्टरों की हड़ताल प्रदेश शासन द्वारा एस्मा लगाए जाने और हाईकोर्ट के आदेश के बाद समाप्त हो गई है।
इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन कानपुर के अध्यक्ष ने कहा कि आईएमए ने अपनी हड़ताल वापस ले ली और हम आज से काम पर है। उधर, गणेश शंकर विदयार्थी मेडिकल कालेज कानपुर के प्रिसिंपल का कहना है कि आज से सभी फैकल्टी टीचर अपने अपने विभागों में आ गए हैं और धीरे-धीरे मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था सामान्य हो रही है।
आज दोपहर करीब 12 बजे सभी गिरफ्तार 24 जूनियर डॉक्टर जेल से बाहर आ गये है और उनका इस समय उर्सला हॉस्पिटल में मेडिकल किया जा रहा है, लेकिन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अभी भी काम पर नहीं लौटे हैं। उनका कहना है कि सभी 24 जूनियर डॉक्टरों के ऊपर लगाए गए संगीन आपराधिक मामले हटाए जाएं तभी वह काम पर वापस आएंगे। इस बीच खबर मिली है कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ नवनीत कुमार ने आईएमए की अध्यक्ष और मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ आरती लाल चंदानी को उनके मेडिसिन विभाग के प्रमुख पद से हटा दिया है, लेकिन इस बात की पुष्टि न तो डॉ कुमार कर रहे है और न ही डॉ चंदानी।
कानपुर जेल जहां मेडिकल छात्र बंद थे, वहां छात्रों को जेल से बाहर निकलवाने पहुंची इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ आरती लाल चंदानी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आईएमए ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और सभी डॉक्टर आज से काम पर वापस आ गए है। उन्होंने कहा कि वह खुद मेडिकल कॉलेज में अपने विभाग में हाजिरी देकर यहां छात्रों को छुड़वाने आई हैं।
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