Unnao rape case: उन्नाव दुष्कर्म मामले (Unnao rape case) में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से दो IPS अधिकारी और एक IAS अधिकारी को खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. जांच एजेंसी ने करीब डेढ़ माह पहले उत्तर प्रदेश प्रशासन और डीजीपी को खत लिखकर पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Former BJP MLA Kuldeep Singh Sengar) के मामले में यह अनुसंशा की है. यह जानकारी सीबीआई के सूत्रों से मंगलवार रात मिली. खत के मुताबिक उन्नाव की तत्कालीन एसपी पुष्पांजलि देवी और आईपीएस अधिकारी नेहा पांडे के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए. इन दोनों के खिलाफ यूपी के डीजीपी को खत लिखा गया है.
उन्नाव की पीड़िता का निधन हो गया, अगला पब्लिक ओपिनियन कब बनेगा?
इसके साथ ही सीबीआई ने तत्कालीन डीएम अदिति सिंह के खिलाफ भी उचित कार्रवाई के लिए कहा है. दरअसल इन अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई की टीम को कई ऐसे सबूत मिले हैं जिससे पता चलता है कि इस मामले में जब पहली शिकायत की गई थी तभी पुलिस और स्थानीय प्रशासन को आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए थी.ले किन उस वक्त इन अधिकारियों की ओर से ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और इन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती गई. जिसके चलते पीड़ित के साथ अन्याय हुआ था.
IPS अधिकारी नेहा पांडे दो फरवरी 2016 से लेकर 26 अक्टूबर 2017 तक उन्नाव इलाके में एसपी पद पर कार्यरत रही थी जबकि IAS अधिकारी अदिति सिंह 24 जनवरी से लेकर 26 अक्टूबर के बीच उन्नाव में ही कार्यरत थी.अदिति सिंह हापुड़ में डीएस पद पर कार्यरत हैं. इस मामले में कई पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही थी, ये अधिकारी आरोपी होते तो सीबीआई खुद ही कार्रवाई कर सकती थी.अब यह देखना लाजिमी है कि इन अधिकारियों को खिलाफ क्या और कब तक कार्रवाई होगी. गौरतलब है कि पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर रेप मामले में उम्रकैद की सज़ा काट रहे हैं.
उन्नाव मामले में सुनवाई के दौरान क्या-क्या हुआ सुप्रीम कोर्ट में...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं