नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) आज राज्यसभा में पेश किया गया. राज्यसभा में अमित शाह ने विपक्ष से पूछा कि क्या चाहते हैं? पूरी दुनिया से मुसलमान यहां आएं और उन्हें हम नागरिक बना दें, देश कैसे चलेगा. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि 'हम किसी भी देश से आने वाले मुस्लिमों को अपने देश की नागरिकता दे दें.' नागरिकता संशोधन बिल पर शिव सेना (Shiv Sena) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सदन में कहा कि जो बिल का समर्थन करेंगे वो देश भक्त होंगे और जो नहीं करेंगे वे देशद्रोही होंगे. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) ने विधेयक को लेकर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की सलाह पर इस बिल को लाया गया है. नागरिकता संशोधन बिल के विरोध को देखते हुए त्रिपुरा के कई हिस्सों में सेना तैनात की गई है. असम में सेना स्टैंडबाई पर रखी गई है. विधेयक के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने बुधवार को कई ट्रेनें रद्द कर दीं और राज्य से चलने वाली कई ट्रेनों की समय-सारिणी बदल दी. जेल से रिहा होने के बाद पी चिदंबरम पहली बार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. उन्होंने अपने ही वकीलों से बहस की. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सीबीआई ईडी के मुकदमे में आरोपी पी चिदंबरम और उनके वकील आज सुप्रीम कोर्ट में आमने-सामने दिखे.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) पर राज्यसभा में चर्चा जारी है. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिल को लेकर सदन में अपनी बात रखी. गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा, 'जो अल्पसंख्यक बाहर से हमारे देश में आए, उन्हें राहत मिली है. तीन पड़ोसी मुल्कों से लोग हमारे देश में आए. वहां उन्हें समानता का अधिकार नहीं मिला. वो लोग अपने देश में दर-दर की ठोकरें खा रहे थे. वह लोग उम्मीद लेकर भारत आए थे. यह बिल लाखों लोगों के लिए किसी आशा की किरण जैसा है. ये बिल धार्मिक प्रताड़ितों के लिए है. मैं इस सदन के माध्यम से देश की जनता का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता हूं. घोषणा पत्र के आधार पर प्रचार होता है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में इसका जिक्र किया था. हम वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहे हैं. हमने जनता के बीच इस मुद्दे को रखा था और हमें मिला जनादेश इसपर हामी का सबूत है.'
Citizenship Amendment Bill: शिवसेना नेता संजय राउत बोले- यह भारत की संसद है पाकिस्तान की नहीं
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) पर शिव सेना (Shiv Sena) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सदन में कहा कि जो बिल का समर्थन करेंगे वो देश भक्त होंगे और जो नहीं करेंगे वो देशद्रोही होंगे. ये मैंने पढ़ा है. ये भी पढ़ा कि जो बिल का विरोध कर रहे हैं वो पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. संजय राउत ने कहा कि ये पाकिस्तान की संसद नहीं है. ये भारत की है. हमारे मजबूत प्रधानमंत्री हमारे मजबूत गृहमंत्री आपसे बहुत आशा है. जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं हम उसके मास्टर है. हमें शरणार्थियों को शरण दे रहे हैं तो घुसपैठियों को निकालना चाहिए. मानवता के आधार पर हमें उन्हें स्वीकार करना चाहिए. उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल के लोकसभा में पास होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में पेश किया गया. उत्तर-पूर्वी राज्यों में इस बिल का विरोध किया जा रहा है. नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में सेना को तैनात किया गया है. वहीं. असम के डिब्रूगढ़, जोरहाट और बौंगगाईगाव में सेना को स्टैंडबाय पर रखा गया है. हालांकि, सेना ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. सूत्रों के मुताबिक त्रिपुरा के कंचनपुर और मानू इलाके में सेना के दो कॉलम तैनात किए गए हैं. वहीं, नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने बुधवार को कई ट्रेनें रद्द कर दी और राज्य से चलने वाली कई ट्रेनों की समय-सारिणी बदल दी.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की सलाह पर लाया गया, यह कहना है बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) का. जेपी नड्डा ने विपक्ष को राजनीतिक हितों के बजाय राष्ट्र के हित साधने की नसीहत दी और दावा किया कि इससे पूर्वोत्तर की 'सांस्कृतिक पहचान' को कोई खतरा नहीं पहुंचेगा. राज्यसभा में इस विधेयक पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए नड्डा ने कहा कि यह विधेयक बेहद परेशानियों में जीवन जी रहे लाखों लोगों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार देता है.
जेल से रिहा होने के बाद पी चिदंबरम पहली बार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, अपने ही वकीलों से बहस की!
नई दिल्ली: तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद पी चिदंबरम ने बुधवार को पहली बार सुप्रीम कोर्ट में बहस की. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सीबीआई ईडी के मुकदमे में आरोपी और उनके वकील आज सुप्रीम कोर्ट में आमने-सामने दिखे. घरेलू हिंसा और तलाक के एक हाईप्रोफाइल मामले में ये तीनों एक-दूसरे के खिलाफ बहस करते नजर आए. खास बात यही थी कि दो दिग्गज वकील जो कि पी चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई के केस और प्रवर्तन निदेशालय के केस में उनकी पैरवी कर रहे हैं, आज वे उन्हींं के सामने इस केस में जिरह कर रहे थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं