
प्रतीकात्मक फोटो.
- दिसंबर 2019 तक गंगा नदी को पूरी तरह से स्वच्छ बनाना संभव
- गंगा नदी के किनारे बसे 10 शहर 64% तक गंदा करते हैं इसे
- गंगा नदी को कुल 97 छोटे-बड़े शहर प्रदूषित करते हैं
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नितिन गडकरी ने दावा किया कि मार्च 2019 तक गंगा नदी को 70 फीसदी से 80 फीसदी तक साफ़ कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2019 तक गंगा नदी को पूरी तरह से स्वच्छ और निर्मल बनाया जा सकता है.
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ये महत्वपूर्ण है कि 2014 के चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा की सफाई को प्राथमिकता बताया था. गडकरी ने कहा कि गंगा नदी के किनारे बसे 10 शहर इसे 64% तक गंदा करते हैं.
गंगा को सबसे अधिक प्रदूषित करने वाले शहर
1. हरिद्धार
2. कानपुर
3. इलाहाबाद
4. वाराणसी
5. फर्रुखाबाद
6. पटना
7. भागलपुर
8. कोलकाता
9. हावड़ा
10. बल्ली
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गडकरी के मुताबिक गंगा नदी को कुल 97 छोटे-बड़े शहर प्रदूषित करते हैं. ये गंगा में 2953 MLD सीवेज छोड़ते हैं. इसमें से 1897 MLD की हिस्सेदारी सिर्फ 10 शहरों की है.
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