यूक्रेन में युद्ध के बीच सारी रात जागकर गुजार रहे सैकड़ों भारतीय छात्र, सरकार से लगाई गुहार

यूक्रेन में युद्ध के बीच सारी रात जगकर गुजार रहे झारखंड के छात्र यूक्रेन के कीव मेडिकल विश्वविद्यालय में झारखंड के छात्र मोहम्मद शाहरुख अंसारी (23) शुक्रवार रात को रह-रह कर हो रही बमबारी और गोलीबारी के कारण कीव स्थित अपने अपार्टमेंट में सो नहीं सके.

यूक्रेन में युद्ध के बीच सारी रात जागकर गुजार रहे सैकड़ों भारतीय छात्र, सरकार से लगाई गुहार

झारखंड के 86 छात्रों का यूक्रेन में पता लगाया जा चुका है जिनमें से 62 पुरुष और 18 महिलाएं हैं.

रांची:

यूक्रेन में युद्ध के बीच वहां फसे भारतीय छात्रों को बड़ी मुशकिलों का सामना करना पड़ रहा है. यूक्रेन में युद्ध के बीच सारी रात जगकर गुजार रहे झारखंड के छात्र यूक्रेन के कीव मेडिकल विश्वविद्यालय में झारखंड के छात्र मोहम्मद शाहरुख अंसारी (23) शुक्रवार रात को रह-रह कर हो रही बमबारी और गोलीबारी के कारण कीव स्थित अपने अपार्टमेंट में सो नहीं सके. अंसारी झारखंड के कोडरमा जिले के झुमरी तलैया के निवासी हैं. उन्होंने अपने पांच दोस्तों (उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के दो-दो तथा असम के एक दोस्त) के साथ खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था. वे भारत लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

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अंसारी ने कीव से व्हाट्सऐप के जरिये पीटीआई-भाषा से कहा, “यहां स्थिति बेहद नाजुक है. हम बमबारी और गोलीबारी के बीच सारी रात जग रहे हैं. परिसर के भीतर बंकर शिविर बनाये गए हैं लेकिन इस स्थिति ने हमें परेशानी में छोड़ दिया है. हम किसी भी तरह भारत लौटना चाहते हैं. मैं भारत सरकार और झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार से अनुरोध करता हूं कि कृपया जल्द से जल्द हमारे सुरक्षित निकलने के लिए कुछ कीजिये.” उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं.

अंसारी ने कहा, “दूतावास की ओर से कहा गया है कि हम इंतजार करें और बाहर नहीं निकलें.” अंसारी के भाई सैफ अली झुमरी तलैया में व्यवसाय करते हैं. उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि उनका भाई मेडिकल की पढ़ाई के लिए 2018 में यूक्रेन गया था. अंसारी अकेले नहीं हैं, झारखंड के सौ से ज्यादा छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे और वे वहां विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं. झारखंड सरकार द्वारा बनाये गए नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा, “यूक्रेन में फंसे छात्रों और कर्मचारियों के संबंध में हमें शुक्रवार रात से लगभग सौ कॉल मिले हैं.” नियंत्रण कक्ष के प्रमुख जॉनसन टोपनो ने  कहा कि शनिवार शाम पांच बजे तक झारखंड के 86 छात्रों का यूक्रेन में पता लगाया जा चुका है जिनमें से 62 पुरुष और 18 महिलाएं हैं.

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इसी बीच, यूक्रेन से बेटी को वापस लाने का झांसा देकर महिला से ठगी करने का मामला सामने आया है. मध्य प्रदेश की विदिशा पुलिस ने युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसी बेटी को भारत लाने का वादा कर महिला को ठगने के आरोप में 35 वर्षीय बेरोजगार युवक को गिरफ्तार किया है. कोतवाली थाना प्रभारी आशुतोष सिंह ने शनिवार को बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले प्रिंस गावा ने बुधवार को विदिशा की वैशाली विल्सन को फोन किया. वैशाली की बेटी यूक्रेन में चिकित्सा की पढ़ाई कर रही है और यूक्रेन एवं रुस के बीच युद्ध छिड़ने के बाद वैशाली अपनी बेटी की सुरक्षित भारत वापसी के लिए परेशान है. अधिकारी ने बताया कि गाबा ने महिला से बेटी के हवाई टिकट की व्यवस्था के लिए 42 हजार रुपए मांगे और जब उसे मोबाइल बैंकिंग से रुपए प्राप्त हो गए तो उसने वैशाली के साथ सभी संपर्क बंद कर दिए.

सिंह ने कहा कि शिकायत दर्ज होने के बाद गाबा को शुक्रवार को हरियाणा के गुरुग्राम से पकड़ा गया और आज सुबह विदिशा लाया गया. उस पर भादंसं और सूचना अधिनियम के प्रावधानों के तहत धोखाधड़ी का आरोप में मामला दर्ज किया गया है. आरोपी ने हरियाणा में भी धोखाधड़ी की है. सिंह ने कहा कि गावा को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)