तिरुवनंतपुरम:
सूर्यनेल्ली सामूहिक बलात्कार मामले में राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन के खिलाफ आरोप को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव के बीच पार्टी के एक सांसद ने पीड़िता के बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर एक नया विवाद शुरू कर दिया है।
मस्कत में मीडियाकर्मियों के साथ मुलाकात के दौरान सांसद के सुधाकरण की टिप्पणी पर न सिर्फ विपक्ष बल्कि कांग्रेस की महिला नेताओं ने भी आपत्ति जताई है।
कन्नूर के सांसद ने लड़की के खिलाफ टिप्पणी की थी और इसे केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर बसंत द्वारा की गई टिप्पणी से संबद्ध किया था। बसंत उस दो सदस्यीय पीठ में शामिल थे, जिसने 2005 में आरोपियों को रिहा किया था।
एक टीवी चैनल ने पिछले हफ्ते न्यायमूर्ति बसंत की बातचीत रिकॉर्ड की थी, जिसमें उन्होंने फैसले को उचित ठहराया था और कहा था कि यह दिखाने के लिए काफी सबूत हैं कि पीड़ित का इस्तेमाल बाल वेश्यावृत्ति के लिए किया गया था।
सुधाकरण की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिला कांग्रेस नेता एवं एआईसीसी सचिव शनिमोल उस्मान ने कहा कि सुधाकरण को माफी मांगनी चाहिए। महिला कांग्रेस की राज्य अध्यक्ष बिन्दु कृष्णा ने कहा कि सुधाकरण की टिप्पणी एक तरह से महिलाओं का अपमान है।
माकपा की राज्यसभा सदस्य टीएन सीमा ने कहा कि राज्य सरकार को सुधाकरण की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। माकपा के वरिष्ठ नेता वीएस अच्युतानंदन ने भी सुधाकरण की टिप्पणी की तीखी आलोचना की।
मस्कत में मीडियाकर्मियों के साथ मुलाकात के दौरान सांसद के सुधाकरण की टिप्पणी पर न सिर्फ विपक्ष बल्कि कांग्रेस की महिला नेताओं ने भी आपत्ति जताई है।
कन्नूर के सांसद ने लड़की के खिलाफ टिप्पणी की थी और इसे केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर बसंत द्वारा की गई टिप्पणी से संबद्ध किया था। बसंत उस दो सदस्यीय पीठ में शामिल थे, जिसने 2005 में आरोपियों को रिहा किया था।
एक टीवी चैनल ने पिछले हफ्ते न्यायमूर्ति बसंत की बातचीत रिकॉर्ड की थी, जिसमें उन्होंने फैसले को उचित ठहराया था और कहा था कि यह दिखाने के लिए काफी सबूत हैं कि पीड़ित का इस्तेमाल बाल वेश्यावृत्ति के लिए किया गया था।
सुधाकरण की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिला कांग्रेस नेता एवं एआईसीसी सचिव शनिमोल उस्मान ने कहा कि सुधाकरण को माफी मांगनी चाहिए। महिला कांग्रेस की राज्य अध्यक्ष बिन्दु कृष्णा ने कहा कि सुधाकरण की टिप्पणी एक तरह से महिलाओं का अपमान है।
माकपा की राज्यसभा सदस्य टीएन सीमा ने कहा कि राज्य सरकार को सुधाकरण की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। माकपा के वरिष्ठ नेता वीएस अच्युतानंदन ने भी सुधाकरण की टिप्पणी की तीखी आलोचना की।
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