पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं की हत्या के मामलों का सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) परीक्षण करने को तैयार हो गया है. SC ने इस मामले में पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया गया है. बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के भाई की याचिका पर जस्टिस विनीत सरन और जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने सुनवाई की. याचिका में उनके भाई और बूथ कार्यकर्ता हरन अधिकारी की कथित हत्या की जांच SIT से जांच कराने की मांग की गई है.
याचिका में पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच की मांग की गई है. आरोप है कि TMC के इशारे पर ये हिंसा हुई है. गौरतलब है कि कोलकाता में हिंसा 2 मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के नतीजे आते ही शुरू हो गई थी.35 वर्षीय बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार, जो नॉर्थ कोलकाता में मूर्तियां बनाने का काम करते थे, की हिंसा में मौत हो गई थी. उनके बड़े भाई बिस्वजीत सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले की जांच SIT से कराने की मांग की है
याचिकाकर्ता की तरफ से वरिष्ठ वकील महेश.जेठमलानी ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है, मामले में दो चश्मदीद भी मौजूद है, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं गई. मामले में CBI या SIT से जांच कराई जानी चाहिए, हत्या तब हुई जब बंगाल में चुनावी नतीजे घोषित हुए थे महेश जेठमलानी ने कहा कि अभी तक शव का अंतिम संस्कार नही किया गया है. घरवाले चाहते हैं कि शव की फारेंसिक जांच कराई जाए.मामले की सुनवाई अगले मंगलवार को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि वो कॉपी केंद्र और बंगाल सरकार को दे.
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