सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री पर पिक एंड चूज का आरोप लगाने वाली याचिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता पर सवाल उठाए हैं. अदालत ने कहा कि आप रजिस्ट्री और अनुभाग अधिकारियों के खिलाफ इस तरह के लापरवाह आरोप क्यों लगा रहे हैं? आप अधिक जिम्मेदार क्यों नहीं हो सकते? वे दिन-रात आपके लिए काम कर रहे हैं. यह आज एक ट्रेंड बन गया है. आपको ऐसी याचिकाएं दायर नहीं करनी चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आदेश सुरक्षित रख लिया है. सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट में ''पिक एंड चूज" नीति अपनाते हुए केसों को लिस्ट किया जा रहा है. वकील रीपक कंसल द्वारा यह जनहित याचिका याचिका दायर की गई है.
याचिका में कहा गया है कि रजिस्ट्री को वादियों से भेदभाव करने और अपमानित करने से रोकने के लिए न्यायालय का हस्तक्षेप आवश्यक है. कंसल ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के अनुभाग अधिकारी और / या रजिस्ट्री नियमित रूप से कुछ कानून फर्मों और प्रभावशाली वकीलों को वरीयता देते हैं. यह भेदभाव है और इस न्यायालय में न्याय पाने के समान अवसर के खिलाफ है.
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