ITBP जवानों से मिलने उत्‍तराखंड में बॉर्डर आउट पोस्‍ट पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू

आईटीबीपी के जवानों को बर्फानी परिस्थितियों में तैनात रहने के लिए जाना जाता है इसलिए इन्हें 'हिमवीर' कहा जाता है.

ITBP जवानों से मिलने उत्‍तराखंड में बॉर्डर आउट पोस्‍ट पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू

किरेन रिजिजू ने विपरीत मौसमी परिस्थितियों में राष्‍ट्र को समर्पित सेवाओं के लिए आईटीबीपी कर्मियों की सराहना की

खास बातें

  • निलोंग घाटी में स्थित बॉर्डर आउट पोस्‍ट पर पहुंचे
  • ये आउट पोस्‍ट 12,500 फीट से अधिक ऊंचाई पर हैं
  • बर्फीले इलाके में तैनात ITBP के जवानों को कहा जाता है 'हिमवीर'
नई दिल्ली:

खेल और युवा मामलों के केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उत्तराखंड की निलोंग घाटी में स्थित बॉर्डर आउट पोस्‍टों पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों से मुलाकात की. भारत-चीन सीमा की रखवाली के लिए आईटीबीपी की ये बॉर्डर आउट पोस्ट (BOP) 12,500 फीट से अधिक की ऊंचाईयों पर स्थित हैं. वे वहां पर उत्तराखंड के निलोंग और नागा बीओपी में हिमवीरों से मिलेंगे. आपको बता दे कि आईटीबीपी के जवानों को बर्फानी परिस्थितियों में तैनात रहने के लिए जाना जाता है इसलिए इन्हें 'हिमवीर' कहा जाता है. इस दौरे के दौरान खेल मंत्री के साथ आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल और एडीजी एमएस रावत भी रहेंगे. 

जवानों के साथ बातचीत के दौरान रिजिजू ने कठिन इलाकों और विपरीत मौसमी परिस्थितियों में राष्‍ट्र को समर्पित सेवाओं के लिए आईटीबीपी कर्मियों की सराहना की. जवानों का मनोबल को बढ़ाते हुए उन्‍होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान अपने हाई जोश, पेशेवराना अंदाज तथा उच्च स्तरीय शारीरिक फिटनेस  के लिए जाने जाते हैं, जो अद्वितीय है. 1962 में गठित आईटीबीपी को मुख्य रूप से भारत-चीन सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात किया गया है, जिसकी ज्यादातर बीओपी हिमालय की ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य स्थित हैं.
 

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