प्रतीकात्मक तस्वीर
दक्षिण-पश्चिमी मानसून अपेक्षाकृत धीमी गति से आगे बढ़ रहा है क्योंकि आगे बढ़ने के लिए उसे अनुकूल स्थिति नहीं मिल रही है। बहरहाल, मध्य एवं पश्चिमोत्तर भारत में मानसून पूर्व बरसात होने से हवा में नमी रहेगी जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून कर्नाटक में कारवार एवं गदग और आंध्र प्रदेश में ओंगोल पहुंच गया है, लेकिन यह अपेक्षाकृत धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है।
राठौड़ ने कहा, 'मानसून धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है, क्योंकि अब तक उसे ऐसी अनुकूल स्थिति नहीं मिली है जिससे उसे आगे बढ़ने में मदद मिल सके।' हालांकि उन्होंने कहा कि यह सामान्य घटना है। लेकिन, स्थिति के अनुकूल बनते ही अगले तीन दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है और इसके उत्तरी बंगाल की खाड़ी, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत और पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं।
उन्होंने बताया कि 18 जून तक इसमें तेजी आएगी। बहरहाल, मानसून के धीरे-धीरे आगे बढ़ने के कारण मध्य एवं पश्चिमोत्तर भारत को बारिश के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा, लेकिन मानसून पूर्व बारिश होने से इन जगहों पर गर्मी से राहत रहेगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
राठौड़ ने कहा, 'मानसून धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है, क्योंकि अब तक उसे ऐसी अनुकूल स्थिति नहीं मिली है जिससे उसे आगे बढ़ने में मदद मिल सके।' हालांकि उन्होंने कहा कि यह सामान्य घटना है। लेकिन, स्थिति के अनुकूल बनते ही अगले तीन दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है और इसके उत्तरी बंगाल की खाड़ी, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत और पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं।
उन्होंने बताया कि 18 जून तक इसमें तेजी आएगी। बहरहाल, मानसून के धीरे-धीरे आगे बढ़ने के कारण मध्य एवं पश्चिमोत्तर भारत को बारिश के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा, लेकिन मानसून पूर्व बारिश होने से इन जगहों पर गर्मी से राहत रहेगी।
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