कांग्रेस के गढ़ में बैठकर गुजरात के लिए 150 सीटों का लक्ष्य तय किया बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने

अमित शाह ने कहा, "जब नरेंद्र भाई (नरेंद्र मोदी) यहां के मुख्यमंत्री थे, हमने 120 सीटें जीती थीं... अब जब वह प्रधानमंत्री हैं, हमें 150 सीटें जीतनी चाहिए..."

कांग्रेस के गढ़ में बैठकर गुजरात के लिए 150 सीटों का लक्ष्य तय किया बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने

बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने देवलिया गांव में पोपट वसावा के घर पर दोपहर का भोजन किया...

छोटा उदयपुर (गुजरात):

गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ता ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंच बनाने के लिए 48,000 बूथों के इलाकों में जाएंगे, क्योंकि पार्टी राज्य में लगातार छठी बार जीतने की कोशिश में है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को एक बेहद साधारण फॉर्मूला देते हुए राज्य की 182 में से 150 सीटों पर जीतने का लक्ष्य तय किया है.

अमित शाह ने कहा, "जब नरेंद्र भाई (नरेंद्र मोदी) यहां के मुख्यमंत्री थे, हमने 120 सीटें जीती थीं... अब जब वह प्रधानमंत्री हैं, हमें 150 सीटें जीतनी चाहिए..."

मध्य गुजरात के जनजातीय इलाके छोटा उदयपुर स्थित देवलिया गांव में बीजेपी अध्यक्ष तीन बूथों के इलाकों में घर-घर जाकर लोगों से मिले. यह क्षेत्र कांग्रेस का मजबूत गढ़ माना जाता है, और बीजेपी अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, "हम कोई भी सीट जीतें या हारें, देवलिया से नहीं हारना है... आप लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए मैं खुद आप लोगों के बीच आया हूं..."

अब विधानसभा चुनाव सिर्फ छह महीने दूर हैं, सो, बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत पार्टी अध्यक्ष द्वारा बूथ प्रबंधन अभियान की शुरुआत के लिए इस जनजातीय इलाके को चुना है. दरअसल, परंपरागत रूप से बीजेपी का समर्थक माना जाता रहा शक्तिशाली पटेल समुदाय सरकारी कॉलेजों तथा नौकरियों में आरक्षण नहीं दिए जाने की वजह से इस बार सत्तासीन पार्टी से नाराज़ है, और चूंकि पार्टी अन्य समुदायों के बीच पकड़ और समर्थन को मजबूत करने की कोशिश में है, इसलिए 15 प्रतिशत जनजातीय वोट उसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं.

गौरतलब है कि राज्य की 27 विधानसभा सीटों पर जनजातीय वोट बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं.

गुजरात में भी अमित शाह ने वही किया, जो वह अन्य राज्यों के अपने हालिया दौरों में करते आए हैं. उन्होंने देवलिया गांव के ही निवासी पोपट वसावा के घर पर दोपहर का भोजन किया, जिनका परिवार काफी उत्साहित था. उनके घर में बिल्कुल नया शौचालय बना हुआ है, और उन्हें स्थायी रसोई गैस कनेक्शन भी दिया गया है. बीजेपी अध्यक्ष के लिए भोजन गैस स्टोव पर ही पकाया गया था. वैसे, पोपट वसावा ने इस बात का खंडन किया है कि ये दोनों हालिया तोहफे हैं, और उनका ताल्लुक बीजेपी अध्यक्ष के दौरे से है. उन्होंने कहा, "हमने शौचालय लगभग एक महीने पहले सरकारी अनुदान की मदद से बनवाया था, और गैस कनेक्शन हमें बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी में दिया गया है..."

गुजरात अमित शाह के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी गृहराज्य है, जहां वह 13 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद वर्ष 2014 में केंद्र सरकार को संभालने के लिए दिल्ली गए थे. उसके बाद से पार्टी उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल कर चुकी है, और अब उन्होंने गुजरात को भी फिर जीतने के लिए अभियान शुरू किया है. गौरतलब है कि इस बार गुजरात में बीजेपी का मुकाबला सिर्फ परंपरागत प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से ही नहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री की आम आदमी पार्टी से भी होगा.


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