नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमाओ) ने बुधवार को कहा कि सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत आवेदन करने वाले एक आवेदक को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले के प्रमुख आरोपी ए राजा के बीच हुए पत्राचार की जानकारी मुहैया कराई जाएगी। पीएमओ ने कहा कि उसने आरटीआई आवेदन के मुताबिक किसी भी सूचना को देने से मना नहीं किया, जबकि आवेदक की ओर से ऐसा दावा किया गया था। उसने कहा, आवेदक को उचित सामाग्री मुहैया नहीं कराई जा सकती क्योंकि जिस जानकारी का आग्रह किया गया है, वह प्रधानमंत्री और राजा के बीच पत्राचार में नहीं है। आरटीआई दाखिल करने वाले आवेदक ने यह जानने का आग्रह किया था कि राजा के खिलाफ भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में क्यों शामिल किया गया। आवेदक के मुताबिक पीएमओ ने यह जानकारी देने से इंकार कर दिया और कहा कि राजा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का कोई रिकॉर्ड उसके पास नहीं मौजूद है। इस मामले मुख्य सूचना आयोग ने कहा था, आवेदक ने अपने सवाल हिंदी में तैयार किया था और उनके सवालों में कई आरोपों का जिक्र है। आयोग की ओर से सवालों को फिर से नये रूप में तैयार किया गया और इसके बारे में आवेदक से चर्चा भी की गई। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार हरीश खरे ने एक बयान जारी कर कहा, आयोग ने आवेदक से विचार-विमर्श करने के बाद सवालों की नयी फेहरिस्त तैयार की। उसके मुताबिक आवेदक को जवाब की प्रति मुहैया कराई जाएगी। खरे ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने सूचना के अधिकार के तहत दायर किए जाने वाले आवेदनों का हमेशा जवाब दिया है।