प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सोमवार को कोविड रोधी टीके की रिकॉर्ड संख्या में खुराक लगाए जाने को ‘‘हर्षित करनेवाला'' कार्य करार दिया और कहा कि महामारी से लड़ाई में टीका सबसे मजबूत हथियार है. टीकाकरण के संशोधित दिशा-निर्देशों के प्रभाव में आने के बाद सोमवार को शाम तक कोविड रोधी टीके की 75 लाख से अधिक खुराक लगाई गई. अंतिम आंकड़े थोड़ा अलग हो सकते हैं. मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज रिकॉर्ड संख्या में हुआ टीकाकरण हर्षित करनेवाला है. कोविड-19 से लड़ाई में टीका हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है. जिन लोगों का टीकाकरण हुआ, उन्हें बधाई और अग्रिम पंक्ति के वे सभी कर्मी प्रशंसा के पात्र हैं, जिन्होंने इतने लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की. शानदार भारत.'' इससे पहले कोविड रोधी टीके की सर्वाधिक 48 लाख से अधिक खुराक एक अप्रैल को लगाई गई थीं.
भारत में एक दिन में रिकॉर्ड 80 लाख लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन, एमपी का नया कीर्तिमान
Today's record-breaking vaccination numbers are gladdening. The vaccine remains our strongest weapon to fight COVID-19. Congratulations to those who got vaccinated and kudos to all the front-line warriors working hard to ensure so many citizens got the vaccine.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 21, 2021
Well done India!
भारत में सोमवार को एक दिन में रिकॉर्ड 80 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन (India Record Covid Vaccination) लगाई गई है. देश में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए कोराना वैक्सीन मुफ्त दिए जाने के पहले दिन ही ये रिकॉर्ड बना है. अकेले एमपी में ही 13 लाख 72 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है. सरकार ने 21 जून से टीकाकरण कार्यक्रम (Vaccination Drive) को तेज गति देने का ऐलान किया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से सोमवार को दी गई जानकारी में कहा गया है कि कोविड वैक्सीनेशन की नई संशोधित गाइडलाइन जारी होने के पहले दिन यह रिकॉर्ड बना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि सोमवार को शाम तक 75 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई हैं. यह एक दिन में कोविड वैक्सीनेशन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इससे पहले दो अप्रैल को 42 लाख 61 हजार से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई थीं. केंद्र सरकार ने इससे पहले 1 मई को वैक्सीनेशन नीति (Vaccination Policy) में बदलाव किया था और राज्यों पर 18 से 44 साल के युवाओं के टीकाकरण का बोझ पर डाल दिया था. हालांकि राज्यों को भारतीय वैक्सीन कंपनियों से केंद्र के मुकाबले ज्यादा दामों पर टीके की पेशकश करने पर सवाल उठे. राज्यों को विदेश से वैक्सीन खरीद में भी कामयाबी नहीं मिली.
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में यह मामला उठा तो अदालत ने भी प्रथम दृष्टया वैक्सीनेशन नीति को गलत बताया. इसके बाद पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया और वैक्सीनेशन का पूरा भार केंद्र द्वारा उठाने का ऐलान किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं