राजस्थान में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने राज्य में अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 में कथित गड़बड़ी की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर गुरुवार को विधानसभा में नारेबाजी की एवं हंगामा किया जिस कारण अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी और भाजपा के चार विधायकों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया.
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दरअसल, भाजपा के विधायक सुबह से अपनी मांग को लेकर आसन के सामने नारेबाजी व हंगामा कर रहे थे. इस कारण चार बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. फिर सदन जुटा तो संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने प्रस्ताव रखा कि माकपा विधायक बलवान पूनियां के संबोधन के दौरान उन्हें बाधित करने वाले भाजपा विधायक रामलाल, मदन दिलावर, अविनाश गहलोत व चंद्रभान सिंह आक्या को सदन की शेष अवधि से निलंबित किया जाए.
सदन ने इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया. सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि उन्होंने विपक्ष का ऐसा मर्यादाहीन आचरण आज तक नहीं देखा और उन्होंने भाजपा के उक्त चारों विधायकों को बाहर जाने को कहा. इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस आगे जारी रही. हालांकि भाजपा विधायकों ने अपनी नारेबाजी व हंगामा जारी रखा.
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वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सतीश पूनियां ने ट्वीट किया,'आज सदन का दिन सत्ता पक्ष ने कलंकित किया,रीट परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग को लेकर लोकतांत्रिक विरोध कर रहे भाजपा (विपक्ष) के सदस्यों के साथ धक्का मुक्की की और मातृशक्ति की मौजूदगी में मंत्रियों ने भद्दी गाली-गलौज की. जाहिर है रीट की चोरी पकड़े जाने पर कांग्रेस बौखला गई है.'
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