कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी
जालंधर:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का दावा है कि अगर उनकी पार्टी पंजाब चुनाव के बाद सत्ता में आती है तो वह ड्रग्स की समस्या को एक महीने में हल कर देंगे। उन्होंने राज्य में शासित बीजेपी-अकाली दल गठबंधन पर गैरकानूनी धंधों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। जालंधर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा 'यहां की सरकार ड्रग व्यवसाय को बढ़ावा देती है क्योंकि इससे उनका फायदा पहुंचता है। अगर हम सत्ता में आए तो एक महीने में इस समस्या को हल कर देंगे। बस आपको पुलिस के हाथ खोल देने है। यह सिर्फ कांग्रेस कर सकती है।'
गांधी का नैतिक अधिकार नहीं
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने उड़ता पंजाब से जुड़े विवाद पर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि पंजाब ड्रग्स की गंभीर समस्या से जूझ रहा है और फिल्म को सेंसर करने से बात नहीं बनेगी। गांधी ने यह भी कहा कि राज्य में अकाली दल का बीजेपी के साथ गठबंधन है और इसलिए भाजपा भी पंजाब में पैर पसारते ड्रग्स के कारोबार के लिए बराबरी से जिम्मेदार है।
हालांकि आप नेता भगवंत मान का कहना है कि गांधी को पंजाब में ड्रग्स के मुद्दे पर बोलने का किसी तरह का नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि इससे पहले कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस समस्या को सुलझाने में नाकाम रहे थे।
संगरूर से आप सांसद ने कहा '2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान जब मुख्य चुनाव आयोग एस वाय क़ुरैशी ने पंजाब में ड्रग्स के खतरे से मनमोहन सिंह को आगाह करवाया था तब उनकी तरफ से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। वहीं अमरिंदर सिंह ने अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ मिलकर सीबीआई जांच का भी विरोध किया था।' अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं।
गांधी का नैतिक अधिकार नहीं
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने उड़ता पंजाब से जुड़े विवाद पर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि पंजाब ड्रग्स की गंभीर समस्या से जूझ रहा है और फिल्म को सेंसर करने से बात नहीं बनेगी। गांधी ने यह भी कहा कि राज्य में अकाली दल का बीजेपी के साथ गठबंधन है और इसलिए भाजपा भी पंजाब में पैर पसारते ड्रग्स के कारोबार के लिए बराबरी से जिम्मेदार है।
हालांकि आप नेता भगवंत मान का कहना है कि गांधी को पंजाब में ड्रग्स के मुद्दे पर बोलने का किसी तरह का नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि इससे पहले कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस समस्या को सुलझाने में नाकाम रहे थे।
संगरूर से आप सांसद ने कहा '2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान जब मुख्य चुनाव आयोग एस वाय क़ुरैशी ने पंजाब में ड्रग्स के खतरे से मनमोहन सिंह को आगाह करवाया था तब उनकी तरफ से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। वहीं अमरिंदर सिंह ने अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ मिलकर सीबीआई जांच का भी विरोध किया था।' अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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